भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने शबाना आजमी और नसरुद्दीन शाह को बताया टुकडे-टुकड़े गिरोह का स्लीपर सेल, देखें वीडियो
By मनाली रस्तोगी | Published: September 3, 2022 12:53 PM2022-09-03T12:53:17+5:302022-09-03T12:56:35+5:30
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री और भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में जब भी कुछ होता है तो नसीरुद्दीन शाह डर जाते हैं लेकिन राजस्थान या झारखंड में जो हुआ उस पर उन्होंने कुछ नहीं कहा।
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शबाना आजमी, जावेद अख्तर और नसरुद्दीन शाह को टुकडे-टुकड़े गिरोह के स्लीपर सेल बताया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "शबाना आजमी, नसीरुद्दीन शाह जैसे लोग टुकड़े-टुकड़े गैंग के स्लीपर सेल के एजेंट है जो सिर्फ भाजपा शासित राज्यों में हुई घटनाओं पर ही हल्ला मचाते हैं, जबकि कांग्रेस शासित राजस्थान और झारखंड जैसे राज्यों में हो रही घटनाओं पर मौन रहते हैं। अब ऐसे लोगों की कलई खुल चुकी हैं।" इस ट्वीट के साथ मिश्रा ने एक वीडियो भी साझा किया है।
अपनी बात को जारी रखते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा, "भाजपा शासित राज्यों में जब कुछ ऐसा होता है तो नसरुद्दीन शाह इस देश में रहने से डरते हैं। फिर यह पुरस्कार-वापसी गिरोह है जो सक्रिय हो जाएगा और अपने फेफड़ों को बाहर निकाल देगा। वे धर्मनिरपेक्ष होने का दावा कैसे कर सकते हैं। अब इन लोगों की सच्चाई सभी जानते हैं।" बता दें कि शबाना आजमी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि 15 अगस्त को बिलकिस बानो गैंगरेप मामले के दोषियों की रिहाई के बाद आई चुप्पी के लिए उनके पास शब्द नहीं हैं।
शबाना आजमी, नसीरुद्दीन शाह जैसे लोग टुकड़े-टुकड़े गैंग के स्लीपर सेल के एजेंट है जो सिर्फ भाजपा शासित राज्यों में हुई घटनाओं पर ही हल्ला मचाते हैं, जबकि कांग्रेस शासित राजस्थान और झारखंड जैसे राज्यों में हो रही घटनाओं पर मौन रहते हैं। अब ऐसे लोगों की कलई खुल चुकी हैं। pic.twitter.com/fPpaTLKbzx
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) September 2, 2022
उन्होंने कहा था, "क्या हमें चीखना नहीं चाहिए ताकि इस व्यक्ति के साथ न्याय हो सके? और जो महिलाएं इस देश में असुरक्षित महसूस कर रही हैं, जिन महिलाओं को हर रोज बलात्कार की धमकी का सामना करना पड़ता है, क्या उन्हें सुरक्षा की भावना नहीं मिलनी चाहिए? मैं अपने बच्चों, अपने पोते-पोतियों को क्या जवाब दूं? मैं बिलकिस से क्या कह सकती हूं? मैं बहुत शर्मिंदा हूं।" इस मामले में दोषियों की रिहाई को लेकर देशभर में आमजन के बीच काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। यही नहीं, विपक्ष भी गुजरात सरकार पर लगातार इस मुद्दे को लेकर निशाना साध रहा है।