Narkatiya Assembly Seat: लालू के गढ़ में एनडीए के सामने सेंधमारी की है चुनौती, लालटेन बुझाना नहीं है आसान, होगा दिलचस्प मुकाबला
By एस पी सिन्हा | Updated: June 15, 2025 15:42 IST2025-06-15T15:42:49+5:302025-06-15T15:42:49+5:30
नरकटिया सीट पर वर्ष 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में राजद के उम्मीदवार शमीम अहमद ने 85562 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी। उन्होंने जदयू प्रत्याशी श्याम बिहारी प्रसाद को हराया था, जिनके हिस्से 57771 वोट आए थे।

Narkatiya Assembly Seat: लालू के गढ़ में एनडीए के सामने सेंधमारी की है चुनौती, लालटेन बुझाना नहीं है आसान, होगा दिलचस्प मुकाबला
पटना: बिहार के 243 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक नरकटिया विधानसभा सीट 12वें स्थान पर है। बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में स्थित नरकटिया विधानसभा 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया। बिहार विधानसभा की महत्वपूर्ण सीटों में गिना जाता है। नरकटिया सीट पर वर्ष 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में राजद के उम्मीदवार शमीम अहमद ने 85562 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी। उन्होंने जदयू प्रत्याशी श्याम बिहारी प्रसाद को हराया था, जिनके हिस्से 57771 वोट आए थे।
आने वाले विधानसभा चुनावों में नरकटिया क्षेत्र में फिर से दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है। खासकर, जहां एक ओर राजद अपनी स्थिति मजबूत बनाए हुए है, वहीं भाजपा और अन्य पार्टियां भी अपनी कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार हैं। क्षेत्रीय मुद्दों के साथ-साथ बिहार की राजनीति के बड़े बदलाव इस चुनाव में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
नरकटिया विधानसभा क्षेत्र पश्चिम चंपारण लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है और इसका इतिहास भी कई मोड़ से गुजर चुका है। यह क्षेत्र, जो 2020 और 2015 के विधानसभा चुनावों में महत्वपूर्ण रहा है, आने वाले चुनावों में और भी ज्यादा ध्यान आकर्षित कर सकता है।
नरकटिया विधानसभा क्षेत्र में कुल तीन प्रखंड आते हैं, जिनमें बंजारिया, चौरादानो (नरकटिया), और बैंकटवा शामिल हैं। क्षेत्रीय राजनीति के साथ-साथ यहां के मतदाताओं की सोच भी समय-समय पर बदलती रही है, जिससे चुनावी परिणामों में गहरा असर पड़ा है।
2015 के चुनाव में भी शमीम अहमद राजद ने सफलता हासिल की थी। उन्होंने इस बार भी रालोसपा के संत सिंह कुशवाहा को हराया और कुल 75,118 वोट प्राप्त किए। इस चुनाव में भी शमीम अहमद का वोट प्रतिशत लगभग 48.62 फीसदी रहा, जो उनके समर्थकों के बीच मजबूत विश्वास को दर्शाता है। 2010 के चुनाव में श्याम बिहारी प्रसाद (जदयू) ने इस सीट पर विजय प्राप्त की थी।
उन्होंने लोजपा के उम्मीदवार यासमीन सबीर अली को 7,688 मतों से हराया था। इस चुनाव में श्याम बिहारी प्रसाद की जीत ने यह स्पष्ट किया था कि जदयू का इस क्षेत्र में मजबूत समर्थन था। इस सीट पर सबसे बड़ी भूमिका मुस्लिम मतदाताओं की है।
इसके बाद यादव, पासवान और रविदास वोटर आते हैं। इस क्षेत्र में विकास, शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य के अहम चुनावी मुद्दे हैं। नरकटिया विधानसभा में अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या लगभग 26,779 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 9.3 फीसदी है।
वहीं, अनुसूचित जनजाति मतदाताओं की संख्या लगभग 633 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 0.22 फीसदी है। मतदाता सूची विश्लेषण के अनुसार नरकटिया विधानसभा में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 77,171 है जो लगभग 26.8 फीसदी है।
इस सीट पर ग्रामीण मतदाताओं की संख्या लगभग 287,950 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 100 फीसदी है। जबकि शहरी मतदाताओं की संख्या लगभग 0 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 0 फीसदी है। 2020 विधानसभा चुनाव के अनुसार नरकटिया विधानसभा के कुल मतदाताओं की संख्या 287950 है।
वहीं, पुरुष मतदाताओं की संख्ह्या 1.48 लाख (53.2 फीसदी) है। जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1.29 लाख (46.4 फीसदी) है। ट्रांसजेंडर मतदाता 6 (0.002 फीसदी) हैं।