'मन की बात' में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी- अगस्त महीने में मेरा कार्यालय तिरंगामय हो गया
By शिवेंद्र राय | Published: August 28, 2022 12:29 PM2022-08-28T12:29:20+5:302022-08-28T12:31:29+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए कहा कि वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष घोषित किया है। पीएम ने कहा कि मेरा अपने किसान भाई-बहनों से यही आग्रह है कि यानी मोटे अनाज को अधिक-से-अधिक अपनाएं और इसका फायदा उठाएं। यह इस रेडियो कार्यक्रम का 92वां एपिसोड था।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए आज देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अगस्त के महीने में आप सभी के पत्रों और संदेशों ने मेरे कार्यालय को तिरंगामय कर दिया। आजादी के इस महीने में हमारे पूरे देश में अमृत महोसत्व की अमृतधारा बह रही है। अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता दिवस के इस विशेष अवसर पर हमने देश की सामूहिक शक्ति के दर्शन किए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव अगले साल यानी अगस्त 2023 तक चलेगा। देश के लिए, स्वतंत्रता सेनानियों के लिए, जो लेखन-आयोजन आदि हम कर रहे थे, हमें उन्हें और आगे बढ़ाना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब देश के लिए कुछ करने की भावना हो, अपने कर्तव्यों का एहसास हो, आने वाली पीढ़ीयों की चिंता हो, तो सामर्थ्य भी जुड़ता है और संकल्प नेक बन जाता है।
पहाड़ो पर रहने वाले लोगों की तारीफ
अपने संबोधन में प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहाड़ों पर रहने वाले लोगों के जीवन से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं। पहाड़ों की जीवनशैली और संस्कृति से हमें पहला पाठ तो यही मिलता है कि हम परिस्थितियों के दबाव में ना आएं तो आसानी से उन पर विजय भी प्राप्त कर सकते हैं। दूसरा यह कि हम कैसे स्थानीय संसाधनों से आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
पहाड़ों पर रहने वाले लोगों के जीवन से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं।
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पहाड़ों की जीवनशैली और संस्कृति से हमें पहला पाठ तो यही मिलता है कि हम परिस्थितियों के दबाव में ना आएं तो आसानी से उन पर विजय भी प्राप्त कर सकते हैं, और दूसरा, हम कैसे स्थानीय संसाधनों से आत्मनिर्भर बन सकते हैं। pic.twitter.com/AHVXkKS59X
अरुणाचल प्रदेश का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पहले मैंने अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले में जोरसिंग गाँव की एक खबर देखी।
ये खबर एक ऐसे बदलाव के बारे में थी जिसका इंतजार इस गांव के लोगों को कई वर्षों से था। दरअसल जोरसिंग गांव में इसी महीने स्वतंत्रता दिवस के दिन से फोर-जी इंटरनेट की सेवाएं शुरू हो गई हैं।
मोटे अनाज के सेवन को बढ़ावा
प्रधानमंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने एक प्रस्ताव पारित कर वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष घोषित किया है। आपको ये जानकर भी बहुत खुशी होगी कि भारत के इस प्रस्ताव को 70 से ज्यादा देशों का समर्थन मिला था।
मोटे अनाज के सेवन को बढावा देने पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मोटे अनाज प्राचीन काल से ही हमारे कृषि, संस्कृति और सभ्यता का हिस्सा रहे हैं। हमारे वेदों में भी मोटे अनाज का उल्लेख मिलता है। इसी तरह पुराणनुरू और तोल्काप्पियम में भी इसके बारे में बताया गया है। भारत विश्व में मोटे अनाज का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। इसलिए इस पहल को सफल बनाने की बड़ी जिम्मेदारी भी हम भारत-वासियों के कंधे पर ही है। हम सबको मिलकर इसे जन-आंदोलन बनाना है और देश के लोगों में मोटे अनाज के प्रति जागरूकता भी बढ़ानी है। मेरा अपने किसान भाई-बहनों से यही आग्रह है कि यानी मोटे अनाज को अधिक-से-अधिक अपनाएं और इसका फायदा उठाएं।"
भारत, विश्व में, Millets का सबसे बड़ा उत्पादक देश है, इसलिए इस पहल को सफल बनाने की बड़ी जिम्मेदारी भी हम भारत-वासियों के कंधे पर ही है।
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हम सबको मिलकर इसे जन-आंदोलन बनाना है, और देश के लोगों में Millets के प्रति जागरूकता भी बढ़ानी है।#MannKiBaatpic.twitter.com/6h1za4MY8g
प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात में बताया कि विश्व की सबसे बड़ी वित्तीय समायोजन योजना बनी प्रधानमंत्री जनधन योजना अंतर्गत 1,72,848 करोड़ रुपये की राशि खातों में जमा हुई।