मोसुल में मारे गये भारतीयों के शव लेने 1 अप्रैल को इराक जाएंगे जनरल वीके सिंह
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: March 30, 2018 11:51 AM2018-03-30T11:51:27+5:302018-03-30T12:44:49+5:30
नरेंद्र मोदी सरकार में विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह इराक जाकर 38 भारतीयों के शव देश वापस लाएंगे। इराक के मोसुल में इस्लामिक स्टेट ने 39 भारतीयों की हत्या कर दी थी। एक भारतीय के शव की अभी तक पहचान नहीं हुई है।
भारत के विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह एक अप्रैल को मोसुल में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के हाथों मारे गये 38 भारतीयों के शव लेने इराक जाएँगे। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने साल 2015 में इराक में काम करने वाले 40 भारतीयों को बंधक बना लिया था। भारतीय बंधको में से एक जान बचाकर भागने में सफल रहा बाकि 39 की आतंकवादियों ने हत्या कर दी। डीएनए टेस्ट से 38 भारतीयों के शवों की पहचान हो चुकी है। 39 भारतीय के शव के पहचान अभी बाकी है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद के बज़ट सत्र के उत्तरार्ध में राज्य सभा में जानकारी दी थी कि मोसुल में इस्लामिक स्टटे द्वारा बंधक बनाए गये 39 भारतीयों की मौत हो चुकी है। विदेश मंत्री स्वराज ने बताया कि डीएनए टेस्ट के बाद 39 भारतीयों के मारे जाने की पुष्टि हुई। वहीं मृतकों के कुछ परिजनों ने नरेंद्र मोदी सरकार पर मृतकों की स्थिति के बारे में झूठ बोलने का आरोप लगाया। मृतकों के परिजनों का आरोप था कि मोदी सरकार ने पिछले तीन सालों में कई बार कहा कि इराक में फँसे हुए सभी भारतीय सुरक्षित हैं।
इराक के एक अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस अखबार को बताया कि सभी 39 भारतीयों के शवों को बगदाद के फोरेसिंक साइंस विभाग के मेडिको लीगल इंस्टीट्यूट के मुर्दाघर में एक फ्रीजर में रखा गया है। रिपोर्ट के अनुसार 39वें भारतीय के शव की पहचान में अभी कुछ हफ्ते और लग सकते हैं। इराकी अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मारे गये भारतीयों के शवों को भारत लाने के लिए दोनों देशों के बीच कानूनी समझौता भी हो सकता है।
सुषमा स्वराज ने राज्य सभा में जानकारी दी थी कि इराक के बदूश में एक टीले में शवों के होने की सूचना मिलने के बाद जब उसकी जाँच हुई तो वहाँ बहुत बड़ी संख्या में दफनाए गए शव मिले। इन शवों में ही उन भारतीयों के शव भी थे जिन्हें इस्लामिक स्टेट ने बंधक बनाया था।
कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने बीजेपी सरकार पर मृतकों से परिजनों से झूठ बोलने का आरोप लगाया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार मोसुल में मारे गये भारतीयों के मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए कैम्ब्रिज एनालिटिका का मुद्दा उछाल रही है। ब्रिटिश कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका पर फ़ेसबुक डाटा का इस्तेमाल करके चुनाव के दौरान वोटरों को प्रभावित करने के लिए कैंपेन तैयार करने का आरोप लगा है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही एक दूसरे पर कैम्ब्रिज एनालिटिका का क्लाइंट होने का आरोप लगा चुके हैं। वहीं दोनों ही पार्टियों ने कैम्ब्रिज एनालिटिका की सेवा लेने के आरोप से इनकार करिया है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया है कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने अपनी वेबसाइट पर कांग्रेस, बीजेपी और जदयू को अपना क्लाइंट बताया है।