पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के 1.75 लाख परिवारों का कराया गृह प्रवेश, आज आपको मिला अपने सपनों का घर
By रामदीप मिश्रा | Published: September 12, 2020 12:25 PM2020-09-12T12:25:31+5:302020-09-12T12:25:31+5:30
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार आप सभी की दीवाली, आप सभी के त्योहारों की खुशियां कुछ और ही होंगी। कोरोना काल नहीं होता तो आज आपके जीवन की इतनी बड़ी खुशी में शामिल होने के लिए, आपके घर का एक सदस्य, आपका प्रधानसेवक आपके बीच होता।
नई दिल्लीः पीएम नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत मध्य प्रदेश में 12000 गांवों में निर्मित 1.75 लाख आवासों का लोकार्पण कर 1.75 लाख परिवारों को गृह प्रवेश कराया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज मध्य प्रदेश के लाभार्थियों को अपना पक्का घर मिला है, अपने सपनों का घर मिला है। एक नया विश्वास आपके मन में पैदा हुआ है। मध्य प्रदेश के 1.75 लाख ऐसे परिवार जो अपने घर में आज प्रवेश कर रहे हैं, उन सभी को मैं बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार आप सभी की दीवाली, आप सभी के त्योहारों की खुशियां कुछ और ही होंगी। कोरोना काल नहीं होता तो आज आपके जीवन की इतनी बड़ी खुशी में शामिल होने के लिए, आपके घर का एक सदस्य, आपका प्रधानसेवक आपके बीच होता। आज का ये कार्यक्रम मध्य प्रदेश सहित देश के सभी बेघर साथियों को एक विश्वास देने वाला भी पल है। जिनका अब तक घर नहीं, एक दिन उनका भी घर बनेगा, उनका भी सपना पूरा होगा।
उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक घर बनाने में औसतन 125 दिन का समय लगता है। कोरोना काल में पीएम आवास योजना के तहत घरों को सिर्फ 45 से 60 दिन में ही बनाकर तैयार कर दिया गया है। आपदा को अवसर में बदलने का ये उत्तम उदाहरण है।
पीएम ने कहा कि आवास निर्माण की तेज़ी में बहुत बड़ा योगदान रहा शहरों से लौटे हमारे श्रमिक साथियों का। हमारे इन साथियों ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोज़गार अभियान का पूरा लाभ उठाते हुए अपने परिवार को संभाला और अपने गरीब भाई-बहनों के लिए घर भी तैयार किए। पीएम गरीब कल्याण अभियान के तहत घर तो बन ही रहे हैं। हर घर जल पहुंचाने का काम हो, आंगनबाड़ी और पंचायत के भवनों का निर्माण हो, पशुओं के लिए शेड बनाना हो, तालाब और कुएं बनाना हो, गांव के विकास से जुड़े ऐसे अनेक काम तेजी से किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना के तहत बन रहे घर की रजिस्ट्री ज्यादातर महिला के नाम पर हो रही है या फिर साझी हो रही है। हमारी ग्रामीण बहनों के जीवन को बदलने में भी ये योजनाएं अहम भूमिका निभा रही हैं। जब गरीब की आय व आत्मविश्वास बढ़ता है तो आत्मनिर्भर भारत का संकल्प भी मजबूत होता है। पहले गांवों की मूलभूत सुविधाओं को विकसित किया गया, अब वहां आधुनिक सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है।