टिड्डियों को खत्म करने के लिए हेलीकॉप्टर का सहारा लेगी सरकार, फसलों के नुकसान का लगातार बढ़ रहा है खतरा
By रामदीप मिश्रा | Published: June 30, 2020 08:28 AM2020-06-30T08:28:37+5:302020-06-30T08:28:37+5:30
पिछले करीब डेढ़ महीने से टिड्डियों का दल पाकिस्तान से झुंड में राजस्थान आ रहा है और अपने रास्ते में आने वाले राज्यों की फसलें बर्बाद कर रहा है। पाकिस्तान की सीमा से सटे राजस्थान ने केन्द्र से अनुरोध किया था है कि वह टिड्डियों को नष्ट करने के लिए कीटाणुनाशक दवाओं का छिड़काव हेलीकॉप्टर से करे।
नई दिल्लीः पाकिस्तान से होकर देश में आने वाली टिड्डियों से फसल के नुकसान होने का खतरा बढ़ गया है। राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कई क्षेत्रों में टिड्डियों के हमले की खबर आई है, जबकि प्रशासनों ने कीटनाशकों का छिड़काव कर उन्हें भगाने या मारने की कोशिश शुरू कर दी है। इस बीच सरकार टिड्डी को खत्म करने के लिए कीटनाशक दवा का हवाई छिड़काव करने के लिए हेलीकॉप्टर तैनात करेगी। इससे पहले ड्रोन का इस्तेमाल किया गया।
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मंगलवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में स्प्रे उपकरण के साथ एक हेलीकॉप्टर को रवाना करेंगे। हेलीकॉप्टर बाड़मेर में वायु सेना स्टेशन के लिए उड़ान भरेगा और उसे वहीं तैनात किया जाएगा। साथ ही से साथ प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, जोधपुर और नागौर के रेगिस्तानी इलाकों में टिड्डी नियंत्रण के लिए तैनात किया जाएगा।
एक बार में 25 से 50 हेक्टेयर में होगा छिड़काव
बताया गया है कि मल्होत्रा हेलिकॉप्टर्स फर्म को इस अभियान में लगाया गया है। हेलीकॉप्टर एक बार में 250 लीटर की क्षमता वाले कीटनाशक को लेकर उड़ेगा और एक पायलट इस ऑपरेशन को संचालित करेगा। हेलीकॉप्टर एक बार की उड़ान में 25 से 50 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करेगा। टिड्डी दल पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार ने पहले ड्रोन का उपयोग किया। ड्रोन की सेवाएं प्रदान करने के लिए पांच कंपनियों को लगाया गया। अब तक 12 ड्रोन जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, बीकानेर और नागौर में नियंत्रण के लिए तैनात किए गए हैं। भारत टिड्डी नियंत्रण के लिए ड्रोन का उपयोग करने वाला पहला देश है। ड्रोन की तैनाती के खर्चे को लेकर 30 दिनों की अवधि के लिए कुल राशि 1.2 करोड़ रुपये दी गई है।
दिल्ली-NCR तक पहुंत चुका है टिड्डी दल
टिड्डी दल हरियाणा के गुड़गांव, राष्ट्रीय राजधानी के सीमावर्ती क्षेत्रों और उत्तर प्रदेश के आधा दर्जन जिलों में पहुंच गया। टिड्डियों के आतंक को देखते हुए प्रशासन को चेतावनी जारी करनी पड़ी, वहीं केन्द्र सरकार ने कहा कि उसने स्थिति नियंत्रण के लिए और टीमें तैनात की हैं। दिल्ली में एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने पायलटों को हवाईअड्डे के आसपास टिड्डी दल को लेकर सतर्क रहने को कहा है।
टिड्डी के प्रकोप को प्राकृतिक आपदा घोषित करे सरकारः कांग्रेस
पिछले करीब डेढ़ महीने से टिड्डियों का दल पाकिस्तान से झुंड में राजस्थान आ रहा है और अपने रास्ते में आने वाले राज्यों की फसलें बर्बाद कर रहा है। पाकिस्तान की सीमा से सटे राजस्थान ने केन्द्र से अनुरोध किया था है कि वह टिड्डियों को नष्ट करने के लिए कीटाणुनाशक दवाओं का छिड़काव हेलीकॉप्टर से करे। वहीं, कांग्रेस ने मांग की थी कि सरकार टिड्डी के प्रकोप को प्राकृतिक आपदा घोषित करे तथा किसानों को फसल बीमा योजना के तहत मुआवजा दे। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया था कि राहुल गांधी ने सरकार को इस मुद्दे पर आगाह किया था लेकिन कोरोना वायरस की तरह ही सरकार ने कार्रवाई नहीं की। कांग्रेस की मांग है कि टिड्डी दल के हमले को प्राकृतिक आपदा की परिभाषा में शामिल करते हुए किसानों को फसल बीमा योजना के तहत मुआवजे का भुगतान किया जाए।