कोरोना से लड़ने के लिए अगले दो महीनों में मोदी सरकार को चाहिए 2 करोड़ 70 लाख मास्क, 50 हजार वेंटिलेटर
By रामदीप मिश्रा | Published: April 6, 2020 08:48 AM2020-04-06T08:48:48+5:302020-04-06T09:27:17+5:30
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सुरक्षा उपकरणों को लेकर एक बैठक आयोजित की गई थी। इस संबंध में अधिकारियों ने 3 अप्रैल को एक बैठक के दौरान उद्योग प्रतिनिधियों को अवगत कराया है। इस बैठक का नेतृत्व एनआईटीआई के सीईओ अमिताभ कांत कर रहे थे।
नई दिल्लीः कोरोना वायरस को लेकर पूरे विश्व में कोहराम मचा हुआ है और लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस बीच केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने COVID-19 के मद्देनजर लड़ाई के खिलाफ व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) और डायग्नोस्टिक किट की मांग में वृद्धि का अनुमान लगाया है। बताया गया है कि देश में आने वाले दो महीनों में लगभग 2 करोड़ 70 लाख N95 मास्क, एक करोड़, 50 लाख PPE, 16 लाख डायग्नोस्टिक किट और 50,000 वेंटिलेटर की आवश्यकता होगी।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस संबंध में अधिकारियों ने 3 अप्रैल को एक बैठक के दौरान उद्योग प्रतिनिधियों को अवगत कराया है। इस बैठक का नेतृत्व एनआईटीआई के सीईओ अमिताभ कांत कर रहे थे। बैठक में निजी क्षेत्र, गैर सरकारी संगठनों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ समन्वय स्थापित करने की कोशिश की गई है।
एक अधिकारी ने बताया कि फिक्की के प्रतिनिधि ने भी बैठक में भाग लिया और बताय गया कि जून 2020 तक 27 मिलियन एन-95 मास्क, 1.6 मिलियन टेस्ट किट और 15 मिलियन पीपीई की मांग का अनुमान है और उन्हें खरीदने को लेकर कार्य किया जा रहा है। साथ ही साथ जून 2020 तक वेंटिलेटर की मांग 50,000 आंकी गई है। इनमें से 16,000 पहले से ही उपलब्ध हैं और 34,000 वेंटिलेटर के लिए ऑर्डर दिए गए हैं। अधिकारी ने कहा कि विदेश से वेंटिलेटर और अन्य पीपीई की खरीद की सुविधा के लिए विदेश मंत्रालय ने संज्ञाम लिया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि आधिकारिक टिप्पणियां उद्योग प्रतिनिधियों के जवाब में आईं, जो अगले 6-12 महीनों के लिए 'पीपीई की अनुमानित मांग और आपूर्ति के माहौल' और अन्य सुरक्षात्मक उपकरणों पर स्पष्टता चाहते थे।
इस बैठक में एनआईटीआई के सीईओ अमिताभ कांत अलावा छह अन्य सदस्य थे, जिनमें प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार डॉक्टर विजयराघवन, एनडीएमए के सदस्य कमल किशोर, CBIC के सदस्य संदीप मोहन भटनागर, अतिरिक्त सचिव (गृह) अनिल मलिक, पीएमओ में संयुक्त सचिव गोपाल बागले और कैबिनेट सचिवालय के उप सचिव टीना सोनी भी उपस्थित थीं। इसके अलावा उद्योग प्रतिनिधियों में फिक्की की अध्यक्ष डॉक्टर संगीता रेड्डी, फिक्की के वरिष्ठ उपाध्यक्ष उदय शंकर, फिक्की उपाध्यक्ष अश्वनी चन्नान भी शामिल थे।