Nagpur RSS Vijayadashami Utsav 2024: जाति के नाम पर देश में अराजकता?, सरसंघचालक मोहन भागवत ने जताई चिंता
By आनंद शर्मा | Published: October 12, 2024 05:41 PM2024-10-12T17:41:56+5:302024-10-12T17:45:17+5:30
Nagpur RSS Vijayadashami Utsav 2024: जाति, भाषा, प्रदेश आदि के नाम पर आम समाज को अलग करके संघर्ष पैदा करने का प्रयास हो रहा है.
Nagpur RSS Vijayadashami Utsav 2024: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 99 वर्ष शनिवार को पूर्ण होकर संघ ने शताब्दी वर्ष में पदार्पण किया. रेशमबाग में शनिवार को विजयादशमी व शस्त्रपूजन उत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया. इस दौरान सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने देश में जाति के आधार पर पैदा हो रहे मतभेद और इसके जरिए अराजकता फैलाने के प्रयासों के प्रति चिंता जताई. इस कार्यक्रम में इस्त्रो के पूर्व अध्यक्ष के. राधाकृष्णन प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित थे. इस दौरान डॉ. भागवत ने कहा कि आज भारत में हर तरफ मूल्योंं का हास और भेदभाव करने वाले घटक समाज को तोड़ने का खेल रहे हैं. जाति, भाषा, प्रदेश आदि के नाम पर आम समाज को अलग करके संघर्ष पैदा करने का प्रयास हो रहा है.
इससे आज पंजाब, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, केरल, तमिलनाडू और बिहार से लेकर मणिपुर तक के हालात बिगड़ रहे हैं. देश में बेवजह कट्टवाद को बढ़ावा देने वाले घटक भी तेजी से बढ़ते दिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि हालात या नीतियों के प्रति असंतोष हो सकता है. लेकिन इसे व्यक्त करने और विरोध करने का लोकतांत्रिक तरीका है.
इसका पालन करने के बजाए हिंसाचार करना, समाज में किसी विशेष वर्ग पर हमला करना, बेवजह हिंसाचार करना, भय पैदा करने का प्रयास करना अपराध ही है. डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने ऐसे बर्ताव को ‘अराजकता’ कहा है. इस दौरान स्वयंसेवकों ने विविध शारीरिक प्रात्यक्षिक प्रस्तुत किए.
असत्य के जरिए देश की छवि धुमिल करने की कोशिश
सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि देश ने करोड़ों जनता की आशा आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए रफ्तार पकड़ ली है. बीते कुछ सालों में दुनिया में भारत का दबदबा बढ़ा है और एक सशक्त देश के रूप में भारत की पहचान बनी है. युवाओं में भी स्व की भावना बढ़ने लगी है. देश में युवा, महिला, उद्योजक, किसान, मजदूर, जवान, प्रशासन आदि क्षेत्र में मौलिक कार्य हुए हैं.
लेकिन कुछ तत्व षड्यंत्र रचकर इसमें रोड़ा अटकाने का प्रयास कर रहे हैं. देश की चारों दिशाओं मेें अस्थिरता पैदा करने की कोशिश हो रही है. देश की छवि धुमिल करने के लिए जानबूझकर षड्यंत्र रचा गया है. असत्य या अर्धसत्य के आधार पर लोगों में भ्रम पैदा करने की कोशिश हो रही है.
बांग्लादेश की स्थिति गंभीर, दुर्बल बने रहना अपराध
डॉ. भागवत ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदु समाज पर हुए हमले बेहद गंभीर स्वरूप के थे. वहां हिंदु समाज द्वारा एकत्रित होकर आगे आने से कुछ हद तक उनकी रक्षा हो सकी. लेकिन जब तक वहां अत्याचारी कट्टरपंथी लोग सक्रिय हैं, तब तक हिंदुओं के साथ अल्पसंख्यांक समाज पर निरंतर खतरे की तलवार लटकती रहेगी. भारत सरकार को वहां के हिंदुओं की मदद के लिए निरंतर पहल करनी चाहिए.
वहां भारत का सामना करने के लिए पाकिस्तान के साथ हाथ मिलाने की बातें हो रही हैं. दुनिया के कुछ देश यह प्रयास कर रहे हैं. इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए. भारत में भी अवैध घुसपैठ हो रही है. इससे आबादी का असंतुलन पैदा हो रहा है. यह एक गंभीर मसला है. दुर्बल बने रहना एक तरह का अपराध है. ऐसे में हिंदु समाज को संगठित रूप से सशक्त होना समय की जरूरत है.
स्वार्थ की राजनीति से देश को नुकसान
डॉ. भागवत ने कहा कि देश की विविधता को तोड़ने और असंतोष पैदा करते हुए अराजकता पैदा करने की कोशिश हो रही है. कुछ घटकों के असंतोष को हवा देकर उस घटक को समाज से अलग और व्यवस्था के खिलाफ आक्रामक बनाया जा रहा है. कानून व्यवस्था, सरकार, प्रशासन आदि के प्रति अविश्वास और द्वेष बढ़ाकर अराजकता और भय का वातावरण तैयार किया जा रहा है. कुछ लोग इसके लिए राजनीति का उपयोग कर रहे हैं. देशहित से अधिक स्वार्थ की राजनीति को प्राथमिकता दी जा रही है.
वैकल्पिक राजनीति के नाम पर अपने विनाशकारी कार्याें को आगे ले जाने की कोशिश हो रही है. अनेक देश में ऐसा हुआ है. भारत में भी सीमावर्ती क्षेत्रों और आदिवासी आबादी वाले इलाकों में ऐसे मामले अधिक होते दिख रहे हैं. ‘डीप स्टेट’, ‘वोकिज्म’, ‘कल्चरल मार्क्सिस्ट’ यह शब्द फिलहाल चर्चा में है. यह सभी सांस्कृतिक परंपरा के घोषित शत्रु ही हैं.
बच्चों के मोबाइल उपयोग पर नजर रखें
मौजूदा दौर में छोटे बच्चों के हाथों में भी मोबाइल पहुंच गए हैं. लेकिन बच्चे मोबाइल पर क्या देख रहे हैं, इस ओर पालकों का ध्यान नहीं रहता है. इससे कई दफा सभ्यता का उल्लंघन होता है और विकृति बढ़ती है. ऐसे में बच्चों के मोबाइल के उपयोग पर ध्यान रखने की सलाह उन्होंने पालकों को दी.
पश्चिम बंगाल सरकार को घेरा
सरसंघचालक ने पश्चिम बंगाल की अत्याचार की घटना को लेकर राज्य सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि कोलकाता के आर.जी. कार हॉस्पिटल में हुई घटना पूरे समाज को कलंकित करने वाली घटनाओं में से एक है. ऐसी निंदनीय घटना का निषेध और त्वरित, संवेदनशील कार्रवाई की मांग को लेकर संपूर्ण समाज चिकित्सा क्षेत्र के लोगों के साथ खड़ा रहा. लेकिन इतनी गंभीर घटना होने पर भी अपराधी को बचाने के लिए कुछ लोगों ने जो घृणास्पद प्रयास किया, उससे अपराधी, राजनीति और दुष्कृति में मिलीभगत हमें कैसे बिगाड़ रही है, यह स्पष्ट हो रहा है.
गडकरी, फड़नवीस दिखे संघ की वेशभूषा में
विजयादशमी के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस संघ की वेशभूषा में उपस्थित थे. उनके अलावा, राष्टÑसेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांताक्का, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले भी मौजूद थे.