नागपुरः अब एक जगह ही रखी जाएंगी सारी ईवीएम, जानें क्या है मामला
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 6, 2021 02:00 PM2021-01-06T14:00:07+5:302021-01-06T14:01:36+5:30
नागपुर जिला प्रशासन ने हिंगना तहसील में महाराष्ट्र राज्य वखार महामंडल के दो गोदाम किराए से लिए हैं. एक गोदाम 10 हजार वर्ग फीट का है तो दूसरा 7 हजार वर्ग फीट का. फिलहाल लोक निर्माण विभाग इसकी मरम्मत का काम कर रहा है.
नागपुरः नागपुर जिले में होने वाले विभिन्न चुनावों में मतदान प्रक्रिया के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ईवीएम-वीवीपैट को रखने के लिए जिले में कोई निश्चित जगह नहीं है.
कभी नई प्रशासकीय इमारत के स्ट्रांग रूम में तो कभी कलमना के गोदामों में इसे रखा जाता रहा है. ऐसे में हर समय इनकी सुरक्षा को लेकर प्रशासन को चिंता सताती थी. उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के बाद पुख्ता सुरक्षा के अभाव और स्थायी स्ट्रांग रूम नहीं होने से उमरेड में स्ट्रांग रूम में चोर के घुसने का भी मामला सामने आया था.
महाराष्ट्र राज्य वखार महामंडल के दो गोदाम किराए से लिए हैं
इससे प्रशासन की खूब किरकिरी भी हुई थी. अब नागपुर जिला प्रशासन ने हिंगना तहसील में महाराष्ट्र राज्य वखार महामंडल के दो गोदाम किराए से लिए हैं. एक गोदाम 10 हजार वर्ग फीट का है तो दूसरा 7 हजार वर्ग फीट का. फिलहाल लोक निर्माण विभाग इसकी मरम्मत का काम कर रहा है.
6.95 लाख होंगे खर्च इसकी दुरुस्ती के लिए राज्य सरकार से 6 लाख 95 हजार 377 रुपए मंजूर हुए हैं. इस राशि से गोदाम में सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा गार्ड सहित विभिन्न व्यवस्थाएं की जाएंगी ताकि ईवीएम-वीवीपैट सुरक्षित रखे जा सकें. जानकारी है कि इस मरम्मत के लिए प्रशासन की ओर से 13 लाख 90 हजार 754 रुपए का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया था. लेकिन सरकार ने सिर्फ 6 लाख 95 हजार 377 रुपए मरम्मत के लिए मंजूर किए हैं.
2019 में लोकसभा चुनाव और उसके बाद विधानसभा चुनाव हुए थे
20 हजार ईवीएम-वीवीपैट वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव और उसके बाद विधानसभा चुनाव हुए थे. चुनाव में इस्तेमाल की गई ईवीएम और वीवीपैट को अभी भी कलमना के 3 गोदामों में सुरक्षित रखा गया है. हिंगना विधानसभा चुनाव को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की गई है.
इसलिए हिंगना विधानसभा की ईवीएम अभी भी वहीं रखी गई है. चुनाव के करीब एक साल तक ईवीएम और वीवीपैट को दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जाता. एक साल तक कोई आपत्ति नहीं आने पर उसे दूसरे चुनाव के लिए उपयोग में लाया जाता है.
फिलहाल नागपुर जिले के विभिन्न स्ट्रांग रूम में करीब 20 हजार ईवीएम और वीवीपैट सुरक्षित रखे गए हैं. वापस भेजी थी 13 हजार ईवीएम इससे पहले नई प्रशासकीय इमारत में रखी करीब 13 हजार ईवीएम को हैदराबाद स्थित पीआईसीएल कंपनी को वापस भेज दिया गया था. इन मशीनों को 15 साल से ज्यादा का समय हो चुका था इसलिए उन्हें वापस भेजकर अब नई ईवीएम की व्यवस्था की जा रही है.