नागपुर-दुर्ग रेलखंड पर ट्रेनों की गति अब 110 नहीं 130 केएमपीएच, रेल मंडल ने नागरिकों से की ये अपील
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 10, 2021 15:38 IST2021-03-10T15:37:23+5:302021-03-10T15:38:50+5:30
दक्षिण मध्य रेलवे नागपुरः रेल मंडल ने नागरिकों से अपील की है कि गाड़ियों की गति बढ़ने के चलते रेलवे ट्रैक के आसपास न आएं और न ही ट्रैक पार करें.

रेलवे अधिनियम के तहत कठोर कारवाई की जाएगी.
नागपुर: दक्षिण मध्य रेलवे नागपुर मंडल के अंतर्गत नागपुर तथा दुर्ग खंड में चलने वाली एलएचबी कोचों वाली ट्रेनों की गति 10 मार्च से 110 के बजाय 130 किमी प्रति घंटा कर दी गई है.
रेल मंडल ने नागरिकों से अपील की है कि गाड़ियों की गति बढ़ने के चलते रेलवे ट्रैक के आसपास न आएं और न ही ट्रैक पार करें. पशुओं को रेल लाइन के नजदीक चराने के लिए न लाएं. रेलवे नियमों का पालन नहीं करने पर उन्हें जान-माल का नुकसान हो सकता है. रेल नियमों का पालन न करने पर कोई दुर्घटना यदि घटित होती है तो रेलवे अधिनियम के तहत कठोर कारवाई की जाएगी.
मोतीबाग रेल कारखाने का आज से सैनिटाइजेशन -10 कर्मचारी पॉजीटिव पाए गए
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के कामठी रोड स्थित मोतीबाग रेलवे वर्कशॉप में 10 कर्मचारियों पॉजीटिव मिलने के बाद अन्य कर्मचारी भी घबराए हुए हैं. यहां 57 कर्मचारियों का टेस्ट कराया गया था जिसमें से 10 पॉजीटिव पाए गए. कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बुधवार से वर्कशॉप की संबंधित शाखाओं का सैनिटाइजेशन कराया जाना है.
इस कारण इन शाखाओं में कामकाज बंद रहेगा. शेष ब्रांच काम जारी रखेंगे. हालांकि सभी कर्मचारियों को टेस्ट करवाने और रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही काम पर आना होगा. वर्कशॉप में रोज मनपा की मोबाइल टेस्टिंग वैन पहुंच रही है और कर्मचारियों के सैंपल लेकर जा रही है. वर्कशॉप में जो कर्मचारी पॉजीटिव पाए गए हैं. उन्हें होम क्वारंटाइन करवा दिया गया है.
घंटों कुरुम स्टेशन पर खड़ी रही महाराष्ट्र एक्सप्रेस
लोस सेवा हावड़ा-मुंबई गीतांजलि एक्सप्रेस का आखिरी गार्ड डिब्बा आज सुबह पटरी से नीचे उतर गया. नतीजतन 'अप' की मेन लाइन पूरी तरह ब्लॉक हो गई. इसी के चलते अप लाइन से गुजरनेवाली सभी गाडि़यों को ट्रेन के नजदीकी वाले रेलवे स्टेशनों पर रोक दिया गया.
इन ट्रेनों में गोंदिया से कोल्हापुर जानेवाली महाराष्ट्र एक्सप्रेस भी शामिल थी, जिसे मुर्तिजापुर तहसील के कुरुम रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया, जो सात घंटों से अधिक स्टेशन पर खड़ी रही. इस ट्रेन से यात्रा करनेवाले यात्रियों को गर्मी के अलावा भूख-प्यास की मार झेलनी पड़ी.