देवेंद्र फड़नवीस का सनसनीखेज दावा-अजित नहीं शरद पवार से ही की थी सरकार बनाने की चर्चा
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: January 18, 2021 21:15 IST2021-01-18T21:14:10+5:302021-01-18T21:15:20+5:30
सनसनीखेज दावा विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने रविवार को नागपुर के एक कार्यक्रम में किया है. फड़नवीस ने कहा कि कई बार यह सवाल किया जाता है कि नवंबर 2019 में जो कुछ हुआ था, वह मैंने क्यों किया?

राज्य में राष्ट्रपति शासन लग गया और राकांपा ने इसके लिए दिया पत्र भी मैंने ही ड्राफ्ट किया था. (file photo)
नागपुरः नवंबर 2019 में राज्य में सत्ता स्थापित करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भाजपा की ओर प्रस्ताव भेजा था. उस समय भाजपा की चर्चा अजित पवार से नहीं बल्कि सीधे राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से हुई थी. उनके साथ खातों के बंटवारे तक की बात तय हो गई थी.
यह सनसनीखेज दावा विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने रविवार को नागपुर के एक कार्यक्रम में किया है. फड़नवीस ने कहा कि कई बार यह सवाल किया जाता है कि नवंबर 2019 में जो कुछ हुआ था, वह मैंने क्यों किया? विधानसभा के चुनाव होने के बाद हमारी शिवसेना से बातचीत शुरू थी.
लेकिन हमें यह पता चला था कि वह कांग्रेस और राकांपा के साथ जाने की तैयारी में है. इसके बाद 10 से 12 दिनों तक हमने विभिन्न विकल्पों पर विचार किया और राकांपा से बातचीत की. हमें सरकार स्थापित करने का प्रस्ताव राकांपा की ओर से ही आया था. हमारी बातचीत भी लगभग पूरी हो गई थी.
फड़नवीस ने कहा कि सरकार बनाने के संदर्भ में हमने सभी प्रक्रिया पूरी कर ली थी. यहां तक कि खातों का बंटवारा, जिलों के पालकमंत्री भी तय कर लिए थे. खास बात यह है कि हमारी चर्चा अजित पवार के साथ नहीं बल्कि शरद पवार से हुई थी और उनसे ही अंतिम बातचीत हुई थी. राज्य में राष्ट्रपति शासन लग गया और राकांपा ने इसके लिए दिया पत्र भी मैंने ही ड्राफ्ट किया था.
फेसबुक लाइव की लिंक हटाई देवेंद्र फडणवीस का यह कार्यक्रम फेसबुक पर लाइव चल रहा था. फडणवीस ने कहा कि इस कार्यक्रम में मीडिया के कैमरे नहीं होने से मैं खुलकर बोल सकता हूं. शरद पवार के बारे में उनके बयान के बाद कुछ ही देर में फेसबुक लाइव बंद हो गया. इसके अलावा फेसबुक लाइव की लिंक भी हटाई गई. इस तरह लिंक हटाए जाने पर सवाल उठ रहा है.