(सुष्मिता गोस्वामी)
मोन (नागालैंड), नौ दिसंबर मेघालय में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल नेशनलिस्ट पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने नगालैंड में थल सेना के पैरा-कमांडो की गोलीबारी में छह आम नागरिकों की मौत होने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिये गये बयान की आलोचना करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि शाह ने तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है।
शाह ने कहा था कि पैरा-कमांडो ने उस वक्त गोलीबारी की थी जब आम नागरिकों को ले जा रहे वाहन ने भागने का प्रयास किया।
नगालैंड एनपीपी के मीडिया सेल के महासचिव तोहोवी अचुमी ने कहा कि मोन जिले के ओटिंग के पास कोई सुरक्षा चौकी नहीं है और वहां सड़क इतनी खराब है कि किसी वाहन का भागना असंभव है।
अचुमी ने पार्टी के प्रतिनिधिमंडल की ओटिंग की यात्रा के अंत में पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, ‘‘हम अमित शाह के बयान की कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है। न तो ओटिंग में सुरक्षा चौकी थी, न ही गोलीबारी के शिकार भागने का प्रयास कर रहे थे, जैसा शाह ने दावा किया है।’’
शाह ने सोमवार को लोकसभा में कहा था कि एक वाहन को रुकने का संकेत दिया गया था, लेकिन उसने गति तेज कर दी थी। वाहन में उग्रवादियों की मौजूदगी के संदेह में सुरक्षाकर्मियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके कारण इसमें सवार आठ में से छह व्यक्तियों की मौत हो गयी। बाद में परिणामस्वरूप सुरक्षाबलों और ग्रामीणों के बीच हुई झड़प में आठ अन्य व्यक्ति भी मारे गये थे। इनमें एक सेना का जवान भी शामिल है।
अचुमी ने सम्पूर्ण पूर्वोत्तर क्षेत्र से सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) कानून (अफस्पा) हटाने की मांग की है।
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