नगा और मेइतेई समूहों ने शांतिपूर्ण पड़ोसी के रूप में पारस्परिक सह-अस्तित्व की आवश्यकता पर जोर दिया
By भाषा | Updated: November 12, 2020 17:01 IST2020-11-12T17:01:48+5:302020-11-12T17:01:48+5:30

नगा और मेइतेई समूहों ने शांतिपूर्ण पड़ोसी के रूप में पारस्परिक सह-अस्तित्व की आवश्यकता पर जोर दिया
कोहिमा, 12 नवंबर नगा और मेइतेई समूहों ने शांतिपूर्ण पड़ोसियों के रूप में पारस्परिक सह-अस्तित्व की आवश्यकता पर जोर दिया है और कहा कि पूर्वोत्तर के मूल निवासियों के "सांस्कृतिक-सामाजिक और राजनीतिक पुनर्गठन" में उनकी बड़ी भूमिका है।
दोनों पड़ोसी समुदायों के बीच संबंधों को लेकर हाल ही में दीमापुर में नगा राष्ट्रीय राजनीतिक समूह (एनएनपीजी) की कार्य समिति और मणिपुर-आधारित नागरिक संगठनों के एक समूह कोकोमी के बीच एक परामर्शी बैठक हुई।
एनएनपीजी द्वारा बुधवार की शाम जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘विचार-विमर्श आवश्यक था क्योंकि नगाओं और मेइतेइयों ने सदियों से एक दूसरे के साथ उनके रीति-रिवाजों, परंपराओं और प्रथाओं का सम्मान करते हुए एक प्रगतिशील सामंजस्यपूर्ण संबंध साझा किया है।’’
बयान में कहा गया, "हालांकि, पिछले कुछ दशकों में, दोनों समुदायों के बीच शांति और पारस्परिक सम्मान को ठेस भी पहुंचा। कुछ लोगों की अव्यावहारिक विचारधारा और राजनीतिक रुख के कारण असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। इस बात को लेकर दोनों पक्ष सहमत हैं कि नगा-मेइतेई भाईचारे को घृणित और निरर्थक भावानाओं से कम नहीं किया जा सकता है।’’
बैठक में यह पुष्टि की गई कि पूर्वोत्तर में मूल लोगों के "सांस्कृतिक-सामाजिक और राजनीतिक पुनर्गठन" में नगाओं और मेइतेइयों की बड़ी भूमिका है।
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