डीजे और बैंड-बाजे वाली शादियों में निकाह नहीं पढ़े, मुस्लिम महासभा ने काजियों से किया आह्वान
By भाषा | Published: December 14, 2022 10:24 PM2022-12-14T22:24:58+5:302022-12-14T22:29:17+5:30
दूल्हा-दुल्हन दोनों के ही परिवारों से इस बात की लिखित गारंटी ली जाए कि वे भविष्य में डीजे संस्कृति को बढ़ावा नहीं देंगे और अपने रिश्तेदारों को भी गाजे-बाजे और दिखावे से रोकेंगे।
गाजियाबादः मुसलमानों के एक संगठन ने काजियों से डीजे और बैंड-बाजे वाली शादियों में निकाह नहीं पढ़ाने का आह्वान किया है। मुस्लिम महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान खान ने बुधवार को एक लिखित बयान जारी कर काजियों से अपील की कि वे ऐसी शादियों में निकाह न पढ़ाएं जहां डीजे बज रहा हो या बैंड-बाजे के साथ बारात निकाली जा रही हो।
उन्होंने बयान में कहा कि निकाह से पहले काजी यह सुनिश्चित करें कि किसी भी पक्ष द्वारा डीजे और बैंड-बाजा ना बजाया जाए। उन्होंने कहा कि साथ ही दूल्हा-दुल्हन दोनों के ही परिवारों से इस बात की लिखित गारंटी ली जाए कि वे भविष्य में डीजे संस्कृति को बढ़ावा नहीं देंगे और अपने रिश्तेदारों को भी गाजे-बाजे और दिखावे से रोकेंगे।
खान ने इस काम में उलमा और अन्य मुस्लिम धर्मगुरुओं से भी सहयोग मांगते हुए उनसे गुजारिश की है कि वे मुस्लिम समाज को डीजे और बैंड-बाजे से दूर रहकर सादगी से शादी करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि मुस्लिम महासभा शादियों में फिजूलखर्ची का विरोध जारी रखेगी।