मुंबई: धारावी में कोविड-19 के 85 नए मामलों के साथ आंकड़ा 1327 पहुंचा
By स्वाति सिंह | Published: May 18, 2020 08:27 PM2020-05-18T20:27:24+5:302020-05-18T20:27:24+5:30
भारत की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी की घनी आबादी के कारण यहां कोरोना वायरस संक्रमण को नियंत्रित करना और सामाजिक दूरी के दिशानिर्देश लागू करना बीएमसी और महाराष्ट्र सरकार के लिए अपने आप में ही बड़ी चुनौती है।
मुंबई: मुंबई के झुग्गी बस्ती धारावी में सोमवार को 85 और लोगों में कोविड-19 के संक्रमण की पुष्टि होने के साथ ही वहां इस महामारी के मामले बढ़कर 1, 327 हो गये। बृहन्मुम्बई महानगरपालिका के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। हालांकि, पिछले 24 घंटे में इस संक्रमण से किसी भी मरीज के मरने की सूचना नहीं मिली। इस बीमारी के चलते क्षेत्र मे मरने वालों की संख्या 56 है।
धारावी में 14 मई तक माटुंगा लेबर कैंप में संक्रमण के सबसे अधिक 108 मामले पाए गए थे। भारत की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी की घनी आबादी के कारण यहां कोरोना वायरस संक्रमण को नियंत्रित करना और सामाजिक दूरी के दिशानिर्देश लागू करना बीएमसी और महाराष्ट्र सरकार के लिए अपने आप में ही बड़ी चुनौती है।
औरंगाबाद में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ कर 1,000 पार हुए
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 59 नये मामले सामने आने से जिले में संक्रमण के कुल मामले बढ़ कर सोमवार को 1,000 के आंकड़े को पार कर गये, जबकि नांदेड़ जिले में यह संख्या 100 के करीब पहुंच गई है। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार शाम तक औरंगाबाद में 1,021 और नांदेड़ में 97 संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं।
85 more #COVID19 cases reported in Dharavi area of Mumbai today. Total number of cases in the area is now at 1327, including 56 deaths: Brihanmumbai Municipal Corporation (BMC) #Maharashtrapic.twitter.com/7iBqvLX2UX
— ANI (@ANI) May 18, 2020
औरंगाबाद नगर निकाय आयुक्त आस्तिक कुमार पांडे ने बताया कि अब तक कोविड-19 के 221 मरीज संक्रमण मुक्त हुए हैं और अन्य 200 मरीजों को अगले एक हफ्ते में अस्पतालों से छुट्टी मिलने की उम्मीद है। एक अधिकारी ने बताया कि नांदेड़ में शनिवार को संक्रमण के जो 13 नये मामले सामने आये हैं, उनमें नौ लोग तीर्थयात्री हैं। जिले में संक्रमण के 62 मरीजों का इलाज चल रहा है, 32 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है जबकि पांच मरीजों की मौत हो गई।
शहरों से आने वालों को लेकर महाराष्ट्र के गांवों की चिंता बढ़ी
महाराष्ट्र सरकार द्वारा लॉकडाउन में अपने घर जाने के इच्छुक लोगों के लिए यात्रा पास जारी करने की अनुमति पर राज्य के कई जिलों ने चिंता जताते हुए कहा कि यदि दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया गया तो शहर से गांव आने वाले लोगों के कारण यहां भी कोविड-19 फैल जाएगा। कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरि, सोलापुर, नांदेड़, जैसे जिलों के अधिकारी इस तरह की स्थिति को लेकर चिंतित हैं।
कोल्हापुर के कलेक्टर दौलत देसाई ने रविवार को पुणे के संभागीय आयुक्त के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर बड़ी संख्या में आने वाले लोग पृथक-वास आदेशों का पालन नहीं करते हैं या कोविड-19 की जांच नहीं कराते हैं, तो यह स्थानीय आबादी को नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘गांवों में आने वाली भीड़ से कोरोना वायरस फैल सकता है। मुंबई और पुणे जैसे शहरों से आने वाले लोगों को सख्त निर्देश दिए जाने चाहिए कि उन्हें अनिवार्य दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।’’