सैफई ले जाया जा रहा मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर, कल दोपहर तीन बजे होगा अंतिम संस्कार
By अनिल शर्मा | Published: October 10, 2022 11:27 AM2022-10-10T11:27:34+5:302022-10-10T12:12:42+5:30
मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को यूपी के इटावा जिले के सैफई में हुआ था। साल 1967 में, वह उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य चुने गए। 1989 में, वह पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे।
उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता मुलायम सिंह यादव का 82 वर्ष की उम्र में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में सोमवार सुबह निधन हो गया। उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव सैफई ले जाया जा रहा है। समाजवादी पार्टी ने इसकी सूचना दी है। उनका अंतिम संस्कार कल दोपहर 3 बजे सैफई में ही किया जाएगा। इस बीच गृह मंत्री अमित शाह उनका अंतिम दर्शन के लिए मेदांता अस्पताल पहुंचे हैं।
गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव को सांस लेने में तकलीफ और लो ब्लड प्रेशर की शिकायत के बाद 22 अगस्त को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था और पिछले 1 अक्टूबर से वह आईसीयू में थे। सपा नेता ने अस्पताल में ही आज (10 अक्टूबर) सुबह 8:16 बजे अंतिम सांस ली।
आदरणीय नेताजी का आज दिनांक 10/10/2022 को सुबह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। उनके पार्थिव शरीर को सैफ़ई ले जाया जा रहा है।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 10, 2022
कल दिनांक 11/10/2022 को दोपहर तीन बजे सैफई में अंतिम संस्कार होगा।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर मेदांता अस्पताल में ही रखा गया है। बताया जा रहा है कि अभी कागजी कार्रवाई की जा रही है जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को सैफई ले जाया जाएगा। अस्पताल में सपा प्रमुख अखिलेश यादव, रामगोपाल यादव, धर्मेंद्र यादव मौजूद हैं।
हरियाणा: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल पहुंचे।#MulayamSinghYadavpic.twitter.com/kRwzRjuA5h
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 10, 2022
मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को यूपी के इटावा जिले के सैफई में हुआ था। साल 1967 में, वह उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य चुने गए। इसके बाद 1977 में, वह पहली बार उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री बने। इसके बाद 1980 में वह लोक दल के अध्यक्ष बने। साल 1982 से 1985 तक, उन्होंने उत्तर प्रदेश विधान परिषद में विपक्ष के नेता के रूप में पद संभाला। और 1989 में, वह पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।