मुलायम का बंगला बचाने वाला 'फॉर्मुला' CM ऑफिस से लीक, योगी ने निजी सचिव सहित दो पर गिराई गाज
By कोमल बड़ोदेकर | Published: May 19, 2018 08:31 AM2018-05-19T08:31:12+5:302018-05-19T08:31:12+5:30
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दो सबसे वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। जिन आरोपियों पर सीएम योगी की गाज गिराई है उनमें सीएम योगी के निजी सचिव पीतांबरा यादव और सीएम योगी के प्रमुख सचिव के पीए शिशुपाल का नाम शामिल है।
लखनऊ, 19 मई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दो सबसे वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। जिन आरोपियों पर सीएम योगी की गाज गिराई है उनमें सीएम योगी के निजी सचिव पीतांबरा यादव और सीएम योगी के प्रमुख सचिव के पीए शिशुपाल का नाम शामिल है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन अधिकारियों पर आरोप था कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के बंगला बचाने वाला फॉर्मुला लीक किया है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद योगी सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए यूपी के 6 पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगले खाली करने के लिए नोटिस जारी किया है और उन्हें जल्द से जल्द बंगले खाली करने के लिए कहा है, लेकिन इस बीच खबर है कि सीएम ऑफिस से बंगले बचाने का फॉर्मुला वाला गोपनीय पत्र लीक हो गया है, इस फार्मुले को लीक करने का आरोप सीएम योगी के निजी सचिव और प्रमुख सचिव के पीए पर लगा जिसके बाद इन दोनो अफसरों पर कार्रवाई करते हुए इन्हें तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।
बता दें कि 16 मई को समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री के 5 कालिदास मार्ग स्थित आवास पर मुलाकात कर एक पत्र सौंपा था। जो कि लीक हो गया है। पत्र में मुलायम और उनके बेटे अखिलेश के सरकारी बंगले को बचाने का फॉर्मुला था।
इस पत्र के जरिए मुलायम ने सीएम योगी को कहा था कि, मुख्यमंत्री विधानसभा और विधानपरिषद में नेता प्रतिपक्ष के नाम दोनों बंगले आवंटित कर दें। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के नाम बंगला आवंटित होने से दोनों के आवास बच सकते हैं।
अगर सीएम योगी मुलायम के इस फार्मुले को मान लेते हैं तो एनडी तिवारी को छोड़ सभी के बंगले बच सकते हैं। दरअसल, राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह नोएडा से विधायक हैं। इस फॉर्मुले के तहत 4 कालिदास मार्ग वाला बंगला उन्हें आवंटित हो सकता है। वहीं कल्याण सिंह के पोते भी सांसद और मंत्री हैं, उन्हें भी बंगला आवंटित किया जा सकता है। वहीं मायावती भी नेता प्रतिपक्ष लालजी वर्मा के नाम से बंगला आवंटित करवा सकती हैं।