वीडियो: ‘आपको टायर डाल कर जला दिया गया था, फिर भी आप नहीं सुधरते’, कमलनाथ के कीर्तन मंडली में शामिल होने पर भड़के सिख समुदाय-मचा विवाद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 9, 2022 12:27 PM2022-11-09T12:27:57+5:302022-11-09T12:39:13+5:30
इस विवाद पर बोलते हुए राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि गुरु नानक जयंती के कार्यक्रम के दौरान इंदौर के खालसा महाविद्यालय में जो कुछ हुआ, वह अत्यंत दु:खद और शर्मनाक है। उन्होंने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘1984 के नरसंहार के आरोपियों से भला और क्या उम्मीद की जा सकती है।’’
भोपाल: इंदौर में गुरु नानक जयंती पर सिखों के धार्मिक कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ के पहुंचने पर पंथ के मशहूर कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी के बयान को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस बयान में कानपुरी ने हालांकि कमलनाथ का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने वर्ष 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के सिख विरोधी दंगों की ओर स्पष्ट इशारा किया और धार्मिक कार्यक्रम में राजनेताओं को बुलाकर उनका स्वागत-सम्मान किए जाने पर तीखे शब्दों में नाराजगी जताई है।
क्या है पूरा मामला
शहर के खालसा महाविद्यालय में मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान राज्य कांग्रेस समिति के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा भाजपा के पूर्व लोकसभा सदस्य कृष्णमुरारी मोघे भी मौजूद थे।
चश्मदीदों ने बताया कि आयोजकों ने इन राजनेताओं का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया जिससे कीर्तन के कार्यक्रम में आधे घंटे की देरी हुई। कानपुरी ने कमलनाथ के जाने के बाद आयोजकों को लताड़ लगाते हुए कीर्तन के मंच से पंजाबी में कहा, ‘‘आप किस सिद्धांत की बात करते हो? आपको टायर डाल कर जला दिया गया था, फिर भी आप नहीं सुधरते। आपको कैसी राजनीति करनी है?’’
क्रोधित कीर्तनकार ने धार्मिक नारे लगा रहे श्रोताओं को शांत करते हुए कहा कि उनके भीतर जमीर (अंतरात्मा) नहीं है। इस बीच, घटनाक्रम ने सियासी तूल पकड़ लिया है।
कभी कभार मध्यप्रदेश में भी ऐसा होता है!!
— Prabhu Pateria🇮🇳 (@PrabhuPateria) November 8, 2022
इंदौर सिख समाज के कार्यक्रम में कीर्तनकारी भाई मनप्रीत सिंह कानपुरी सियासी उपस्थिति से हुए नाराज।कीर्तन करने से किया इंकार।दोबारा इंदौर न आने का भी ऐलान किया। यह घटनाक्रम असर दिखाएगा! pic.twitter.com/ic39fSBj2X
मामले में राज्य के गृह मंत्री ने क्या कहा
राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि गुरु नानक जयंती के कार्यक्रम के दौरान इंदौर के खालसा महाविद्यालय में जो कुछ हुआ, वह अत्यंत दु:खद और शर्मनाक है।
उन्होंने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जिस तरह पुरातन काल में आसुरी शक्तियां साधु-संतों के यज्ञ में विघ्न डालती थीं, इंदौर के इस कार्यक्रम में कमोबेश उसी तरह का आचरण किया गया। 1984 के नरसंहार के आरोपियों से भला और क्या उम्मीद की जा सकती है।’’
कांग्रेस ने लगाया भाजपा पर आरोप
उधर, प्रदेश कांग्रेस समिति के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने बातचीत में आरोप लगाया कि खालसा महाविद्यालय में कमलनाथ के जाने के बाद हुआ घटनाक्रम "भाजपा के कुछ लोगों द्वारा प्रायोजित’’ है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी गुरु नानक जयंती के अवसर पर इंदौर के खालसा कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में शामिल। pic.twitter.com/0EeRa3hEDc
— MP Congress (@INCMP) November 8, 2022
उन्होंने 1984 के सिख विरोधी दंगों में कमलनाथ की भूमिका को लेकर भाजपा की ओर से अक्सर लगाए जाने वाले आरोपों को "पूरी तरह निराधार" करार दिया और कहा, ‘‘इन दंगों के बाद कमलनाथ ने पांच बार लोकसभा चुनाव जीते हैं। यह बात कमलनाथ के खिलाफ नरोत्तम मिश्रा के आरोपों को खत्म करने के लिए बड़ा प्रमाण है।’’
कमलनाथ के कार्यक्रम में आने से कोई स्थानीय सिख समुदाय ने आपत्ति नहीं जताई थी- मिश्रा
इस पर बोलते हुए मिश्रा ने कमलनाथ का बचाव किया और कहा कि गुरु नानक के दरबार में मत्था टेकना हर भारतीय का हक है और गुरु नानक जयंती के कार्यक्रम में कमलनाथ के पहुंचने पर स्थानीय सिख समुदाय ने कोई आपत्ति नहीं जताई थी।