ये हैं ओड़ीशा के 'दशरथ मांझी', बच्चों को स्कूल भेजने के लिए पहाड़ तोड़कर बना दी सड़क
By रामदीप मिश्रा | Published: January 14, 2018 09:06 AM2018-01-14T09:06:56+5:302018-01-14T09:11:04+5:30
जालंधर ने कंधमाल जिले में फुलबनी शहर के मुख्य मार्ग से अपने गुमाशी गांव को जोड़ने के लिए पहाड़ को काट दिया।
बिहार के दशरथ मांझी की कहानी से तो हर कोई परिचित हैं क्योंकि उन्होंने पहाड़ तोड़कर एक आसान रास्ता बनाया था, जिसके बाद हर किसी ने उनकी तारीफ की थी और गांव के जनजीवन को एक नई राह दिखाई। कुछ ऐसी ही कहानी है ओडिशा के मांझी की, जिन्होंने 8 किलोमीटर की सड़क पहाड़ काटकर बना दी। अब उन्हें लोग 'माउंटेन मैन' के नाम से बुलाने लगे हैं। उनका नाम जालंधर नायक है और उम्र 45 साल है।
जालंधर ने कंधमाल जिले में फुलबनी शहर के मुख्य मार्ग से अपने गुमाशी गांव को जोड़ने के लिए पहाड़ को काट दिया। यह सड़क 8 किलोमीटर लंबी बनाई है। बताया जा रहा है कि उन्हें अभी 3 किलो मीटर और लंबी सड़क तैयार करनी है। हालांकि उनके काम और मेहनत के हौसले को देखते हुए जिला प्रशासन ने मनरेगा योजना के तहत भुगतान कर उन्हें सम्मानित करने व उनके प्रयासों में सहयोग करने का निर्णय लिया है।
Odisha: Jalandar Nayak a resident of Kandhamal carves out an 8 km road from a mountain to connect his Gumsahi village to Phulbani city so that his children can go to school without facing problems pic.twitter.com/KBMmPFau58
— ANI (@ANI) January 14, 2018
स्थानीय मीडिया के अनुसार, नायक ने बताया कि उनके तीन बच्चों को पहाड़ पार कर शहर के स्कूल जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, जिसके बाद उन्होंने ये प्रयास किया। उनके बारे में एक स्थानीय अखबार में खबर छपी थी। इसके बाद जिलाधिकारी ने खबर पढ़कर उन्हें अपने कार्यालय में बुला लिया। उसके बाद वह सुर्खियों में आ गए।
सबसे बड़ी बात ये है कि गांव में केवल उनका ही परिवार बचा है और सब सड़क व अन्य सुविधाओं के अभाव में लोग पलायन कर गए। बच्चों को समस्या होने के चलते छेनी हथौड़ा लेकर एक विशालकाय पहाड़ को ढहा दिया।