मुरैना में जहरीली शराब से 21 की मौत, कलेक्टर और एसपी पर गाज, मुख्यमंत्री चौहान बोले-घटना अमानवीय
By शिवअनुराग पटैरया | Published: January 13, 2021 06:36 PM2021-01-13T18:36:18+5:302021-01-13T18:37:43+5:30
पुलिस उपमहानिरीक्षक राजेश हिंगणकर ने बुधवार को बताया, ‘‘सोमवार रात हुई इस घटना में छह और लोगों के दम तोड़ने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 21 हो गयी है.’’
भोपालः मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में ग्रामीणों द्वारा कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 21 हो गयी.
इस बीच मुख्यमंत्री ने मुरैना के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को हटाने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज जिले के कलेक्टर अनुराग वर्मा और एसपी अनुराग सुजानिया को हटाने के निर्देश दे दिए.
इसके बाद दोनों को हटाने के आदेश जारी हो गए. मुख्यमंत्री ने इस हादसे को लेकर आयोजित बैठक में कहा कि यह घटना अमानवीय है ओर मैं मूक दर्शक बना नहीं रह सकता. उज्जैन में दो महीने पहले भी ऐसी ही घटना हुई थी. जिसमें चौदह लोग मारे गए थे.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना जिले में शराब सेवन के फलस्वरूप हुई मौतों के मामले में आज सुबह निवास पर उच्च-स्तरीय बैठक बुलाई थी. बैठक में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, वाणिज्यिक कर एवं वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर दीपाली रस्तोगी मौजूद थे.
हटाए जाएं मुरैना कलेक्टर और एसपी, अन्य जिले रहें सजग: मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुरैना की घटना अमानवीय और तकलीफ पहुँचाने वाली है. प्रदेश में मिलावट के विरुद्ध अभियान संचालित है, फिर भी यह दु:खद घटना हुई. मुख्यमंत्री चौहान ने इस मामले में मुरैना के कलेक्टर और एस.पी. को हटाने के निर्देश दिए.
साथ ही संबंधित क्षेत्र के एसडीओपी को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं. आबकारी अधिकारी को पूर्व में ही निलम्बित किया जा चुका है. मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो. अन्य जिले भी सजग रहें. ऐसे मामलों में कलेक्टर, एस.पी. जिम्मेदार माने जाएंगे. दोषी अधिकारियों के विरुद्ध एक्शन भी लिया जाएगा.
जारी रहे अभियान: मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ऐसी घटना पर मैं मूकदर्शक नहीं रह सकता. ड्रग माफिया के विरुद्ध सख्त अभियान जारी रहे. पूरे प्रदेश में अवैध शराब के खिलाफ अभियान चले. अवैध शराब बिक्री पर पूरा नियंत्रण हो. ऐसा व्यापार करने वालों को ध्वस्त किया जाए.
घटना की ली पूरी जानकारी, डिस्टलरी की जाँच के निर्देश: मुख्यमंत्री चौहान ने पुलिस महानिदेशक से घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की. मुरैना जिले में हुई घटना में उपयोग में लाई गई मिलावटी शराब के निर्माण केन्द्र और दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई के साथ ही संबंधित डिस्टलरी की जाँच के निर्देश भी दिए गए. मुख्यमंत्री ने आबकारी और पुलिस अमले की पद-स्थापना में निश्चित समयावधि के बाद परिवर्तन के निर्देश भी दिए. उन्होंने कहा कि डिस्टलरी के लिए पदस्थ आबकारी अमले और ओआईसी को ओवर टाइम दिए जाने की व्यवस्था में भी परिवर्तन किया जाए.
आरोपियों की पहचान गिर्राज किरार, राजू किरार, पप्पू पंडित, कल्ला पंडित, रामवीर तेली, प्रदीप तेली और मुरेश किरार के तौर पर हुयी है, पुलिस के अनुसार इन आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और आबकारी अधिनियम की संबद्ध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.