यूपी विधानसभा में गर्ग को श्रद्धांजलि, बैठक स्थगित, कानून को लेकर विपक्ष का हंगामा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 18, 2019 01:11 PM2019-07-18T13:11:29+5:302019-07-18T13:11:29+5:30
अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सदन की बैठक दिन भर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले सपा के विधानसभा एवं विधान परिषद सदस्यों ने विधान भवन परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने धरना दिया। लाल टोपी पहने सपा सदस्यों ने भाजपा को कानून व्यवस्था के मोर्चे पर घेरा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन की कार्यवाही भाजपा विधायक दिवंगत जगन प्रसाद गर्ग को श्रद्धांजलि देने के बाद गुरुवार को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी।
गर्ग का निधन दस अप्रैल को हुआ था। सदन की बैठक शुरू होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा उत्तर से विधायक गर्ग के निधन पर शोक प्रकट किया। योगी ने कहा कि गर्ग विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में शामिल रहे।
उनके निधन से पार्टी और सदन को अपूरणीय क्षति पहुंची है। नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी, कांग्रेस की आराधना मिश्रा मोना, बसपा नेता लालजी वर्मा और अन्य सदस्यों ने भी अपने शोक संदेश पढे। फिर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए सदन में कुछ पल का मौन रखा गया।
इसके बाद अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सदन की बैठक दिन भर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले सपा के विधानसभा एवं विधान परिषद सदस्यों ने विधान भवन परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने धरना दिया। लाल टोपी पहने सपा सदस्यों ने भाजपा को कानून व्यवस्था के मोर्चे पर घेरा।
उन्होंने कहा कि सोनभद्र की हत्याएं और संभल में पुलिसकर्मियों पर हमला भाजपा सरकार के भारी भरकम वायदों की पोल खोलने के लिए काफी है। सपा सदस्यों ने नारेबाजी भी की।
उत्तर प्रदेश विधान परिषद में विपक्ष का हंगामा
उत्तर प्रदेश विधानमंडल के उच्च सदन (विधान परिषद) में मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष के हंगामे के कारण कार्यवाही बाधित रही। सपा सदस्यों ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरा। उन्होंने सोनभद्र में भूमि विवाद के चलते दस लोगों की हत्या और संभल में दो पुलिसकर्मियों की हत्या का उल्लेख किया।
हंगामे के बीच सभापति ने सदन की बैठक 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी। बैठक शुरू होने से पहले सपा के विधानसभा एवं विधानपरिषद सदस्यों ने विधान भवन परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने धरना दिया। सपा नेताओं ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही।