झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र चढ़ा हंगामे की भेंट, अग्निवेश को बताया 'विदेशी दलाल’ और 'फ्राड'

By एस पी सिन्हा | Published: July 18, 2018 08:01 PM2018-07-18T20:01:31+5:302018-07-18T20:01:31+5:30

झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र की कार्यवाही आज तीसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गई। विपक्षी दलों के सदस्यों ने स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले को लेकर सरकार पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।

Monsoon session of the Jharkhand Assembly swami Agnivesh told 'foreign broker' and 'frad | झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र चढ़ा हंगामे की भेंट, अग्निवेश को बताया 'विदेशी दलाल’ और 'फ्राड'

झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र चढ़ा हंगामे की भेंट, अग्निवेश को बताया 'विदेशी दलाल’ और 'फ्राड'

रांची,18 जुलाई: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र की कार्यवाही आज तीसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गई। विपक्षी दलों के सदस्यों ने स्वामी अग्निवेश पर हुए हमले को लेकर सरकार पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इसे लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोक-झोंक भी हुई। 

विपक्षी दलों के विधायक अग्निवेश मामले में सरकार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए वेल में आ गए, उसी दौरान मंत्री सीपी सिंह ने स्वामी अग्निवेश को ’विदेशी दलाल’ और ’फ्राड’ बताया। जेवीएम के विधायक प्रदीप यादव ने कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया था जिसे नामंजूर कर दिया गया। वहीं, मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि मुख्यमंत्री इस मामले को लेकर गंभीर हैं। मुख्यमंत्री इस मामले में जांच के लिए गृह सचिव को निर्देश दिया है जो भी दोषी होगा उसपर कार्रवाई होगी।

सदन में संसदीय कार्यमंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि जब खूंटी में पांच युवतियों के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई तो विपक्ष क्यों चुप था? इस मसले पर मंत्री सीपी सिंह विपक्ष को बलात्कारियों का दलाल कहा। सदन में हंगामा को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही स्थगित कर दी। उन्होंने सदन की कार्यवाही नहीं चल पाने पर चिंता जाहिर की और कहा इस तरह का रवैया लोकतंत्र के लिए चिंताजनक है।

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वहीं, सदन से बाहर निकलने पर ग्रामीण विकास मंत्री सीपी सिंह ने पाकुड में हुए सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के ऊपर हमले को प्रायोजित बताया। विधानसभा परिसर में सिंह ने दावा किया कि यह हमला खुद अग्निवेश के लोगों की ओर से प्रायोजित की गई थी। भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को क्लीन चिट देते हुए सीपी सिंह ने कहा कि वह अग्निवेश को पिछले 40 वर्षों से जानते हैं, इसलिए वह यह दावे के साथ कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार अग्निवेश पीटे नहीं गए हैं। इससे पहले भी दिल्ली में आयोजित अन्ना हजारे के मूवमेंट के दौरान भी उनकी पिटाई हुई थी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भारतीय जनता युवा मोर्चा का कोई कार्यकर्ता इस घटना में शामिल नहीं है। तीसरे दिन सदन की कार्यवाही प्रभावित होने के बाद उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे विकास के कार्य विपक्षी दलों के गले से नीचे नहीं उतर रहा है। इसलिए वह बार-बार सदन को प्रभावित कर रहे हैं।

इस बीच, स्वामी अग्निवेश आज ट्रेन से पाकुड से रांची पहुंचे। वह यहां राजभवन के सामने धरना पर बैठेंगे, साथ ही वो राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मिलकर मंगलवार को पाकुड़ में उनपर हुए हमले की जानकारी देंगे और जांच की मांग करेंगे। रांची पहुंचने के बाद उन्होंने मीडिया से बात की और कहा कि मैं गौमांस का समर्थक नहीं हूं। मैं किसी भी तरह के मांस का समर्थक नहीं हूं। यह एकजुट होने का वक्त है। मैं अंधविश्वास के खिलाफ हूं। स्वामी ने आगे कहा कि मैं चाहता हूं देश मजबूत बनें। हिंदू-मुसलमान में भेदभाव नहीं होना चाहिए। मैं हमले में बच गया हूं।

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उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना होती है। बडे नेताओं को कुछ नहीं होता है। यहां स्वामी से पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सुबोध कांत सहाय और सूबे के पूर्व मुख्‍यमंत्री बाबू लाल मरांडी ने मुलाकात की। मुलाकात के बाद मरांडी ने कहा कि अबतक एक अपराधी भी नहीं पकडा गया जिन्हें पकडा उन्हें भी छोड दिया। यह तो गुंडागर्दी है। कल ही उनकी गिरफ्तारी हो जानी चाहिए थी। इससे पता चलता है कि यह सरकार की तरफ से प्रायोजित है। जबकि  सुबोध कांत सहाय ने कहा कि झारखंड में सुनियोजित तरीके से घटनाएं हो रहा है जिसे भाजपा के आपराधिक प्रवृति के लोग अंजाम दे रहे हैं।

इसके लिए पीएम मोदी को मांफी मांगनी चाहिए। देश के सभी संगठन साथ आये और ऐसी घटनाओं का विरोध करें। जानकारी के अनुसार स्वामी आज ही रांची से दिल्ली के लिए रवाना हो जायेंगे। इस दौरान राज्यपाल से मुलाकात नहीं हो पायेगी। यहां बता दें कि मंगलवार को पाकुड में स्वामी अग्निवेश की पिटाई कर दी गई थी। स्वामी अग्निवेश के साथ न सिर्फ मारपीट की गई बल्कि उन्हें जूते-चप्पल, लात-घूसों से मारा गया। उनके ऊपर मिट्टी व पानी फेंका गया। उनके कपडे तक फाड दिये गये। उनकी पगडी फेंक दी गई थी।

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Web Title: Monsoon session of the Jharkhand Assembly swami Agnivesh told 'foreign broker' and 'frad

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