मानसून ने दी केरल में दस्तक, मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट
By स्वाति सिंह | Published: June 8, 2019 12:43 PM2019-06-08T12:43:35+5:302019-06-08T12:43:35+5:30
मौसम का पूर्वानुमान जताने वाली निजी संस्था स्काइमेट वेदर ने कहा कि देश में मानसून से पूर्व होने वाली बारिश 65 सालों में दूसरी बार इतनी कम दर्ज की गई है।
एक हफ्ते की देरी से चल रहे मानसून ने शनिवार को केरल के तट पर दस्तक दी है। मौसम विभाग के अनुमान में तिरुवनंतपुरम के चार जिलों में रेल अलर्ट जारी कर भारी बारिश का अनुमान लगाया है। इसके अलावा अगले 48 घंटे में मानसून के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है।
वहीं, मौसम का पूर्वानुमान जताने वाली निजी संस्था स्काइमेट वेदर ने कहा कि देश में मानसून से पूर्व होने वाली बारिश 65 सालों में दूसरी बार इतनी कम दर्ज की गई है।
तीन महीने की अवधि का मानसून से पहले का सीजन- मार्च, अप्रैल और मई 25 प्रतिशत कम वर्षा के साथ समाप्त हुआ। स्काइमेट ने कहा कि सभी चार मौसमी मंडलों- उत्तर पश्चिम भारत, मध्य भारत, पूर्व-पूर्वोत्तर भारत एवं दक्षिणी प्रायद्वीप में 30 प्रतिशत, 18 प्रतिशत, 14 प्रतिशत और 47 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई।
मानसून से पहले होने वाली बारिश देश के कई हिस्सों के लिए बहुत जरूरी होती है। ओडिशा जैसे राज्यों में खेतों की जोताई इसी दौरान की जाती है और पश्चिमोत्तर भारत एवं पश्चिमी घाटों में यह फसलों की रोपाई के लिए जरूरी होती है। हिमालय के वन क्षेत्रों में मानसून से पहले होने वाली बारिश सेब लगाने के लिए जरूरी होती है। नमी के कारण यह बारिश जंगलों में लगने वाली आग की घटनाओं को भी कम करने में मदद करती है।
मौसम विभाग ने मानसून के राष्ट्रीय राजधानी में आगमन में दो-तीन दिन की देरी की संभावना जतायी है। ‘स्कायमेट वैदर’ ने कहा कि मानसून के दिल्ली आने में कम से कम एक सप्ताह का विलंब हो सकता है।