दिल्ली पुलिस ने मोहम्मद जुबैर के बेंगलुरु स्थित आवास की तलाशी ली, अल्ट न्यूज के सह-संस्थापक के लैपटॉप की होगी फोरेंसिक जांच
By रुस्तम राणा | Published: June 30, 2022 04:27 PM2022-06-30T16:27:50+5:302022-06-30T17:18:06+5:30
पुलिस को जुबैर के लैपटॉप या अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण की तलाश है। यही कारण है कि जुबैर को बेंगलुरु लाया गया है ताकि पुलिस उसके लैपटॉप या अन्य गैजेट्स को बरामद कर सके।
बेंगलुरु: दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को अल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर के बेंगलुरु स्थित आवास पर तलाशी ली है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) यूनिट द्वारा जुबैर को बेंगलुरु लाया गया। दिल्ली पुलिस गुरुवार तड़के जुबैर को अपने साथ लेकर बेंगलुरु के लिए रवाना हुई और 11 बजे वह बेंगलुरु पहुंची। वह सुबह 11.30 बजे डीजे हल्ली स्थित उनके घर पहुंची और अपना तलाशी अभियान शुरु किया।
दरअसल, पुलिस को जुबैर के लैपटॉप या अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण की तलाश है। यही कारण है कि जुबैर को बेंगलुरु लाया गया है ताकि पुलिस उसके लैपटॉप या अन्य गैजेट्स को बरामद कर सके। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने बताया था कि जुबैर पूछताछ में न तो सहयोग कर रहे हैं और पुलिस को अपने इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स देने से भी इनकार किया है। स्पेशल सेल ने कहा कि लैपटॉप बरामद करने के बाद पुलिस जुबैर के पोस्ट और हार्ड डिस्क मेमोरी की जांच करेगी। लैपटॉप को फोरेंसिक जांच के लिए भी भेजा जाएगा।
जुबैर वर्तमान में दिल्ली पुलिस की चार दिनों की हिरासत में है, जिसके खिलाफ उन्होंने गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में अपनी याचिका डाली थी। हाईकोर्ट ने जुबैर की याचिका को स्वीकार कल लिया है। मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी। याचिका में पुलिस रिमांड को चुनौती दी गई है। जुबैर पर दुश्मनी को बढ़ावा देने और धार्मिक भावनाओं को भड़काने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसे चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि पेशे से एक इंजीनियर, जुबैर, जो ऑल्ट न्यूज़ की वेबसाइट पर एक तथ्य-जांचकर्ता है, को 27 जून को 2018 में पोस्ट किए गए एक ट्वीट पर गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली पुलिस को टैग करके उसके खिलाफ आधिकारिक शिकायत करने वाले ट्विटर अकाउंट को तब से हटा दिया गया है।
जुबैर ने साल 2017 में प्रतीक सिन्हा के साथ मिलकर फैक्टचेक वेबसाइट अल्टन्यूज शुरू की थी। जुबैर पेशे से इंजीनियर है। प्रतीक सिन्हा भी पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। समाचारसाइट क्विंट के अनुसार जुबैर अल्टन्यूज शुरू करने से पहले ट्विटर पर अनऑफिशियल सुब्रमण्यम स्वामी नामक पैरोडी अकाउण्ट चलाता था।
प्रतीक सिन्हा 'ट्रूथ ऑफ गुजरात' नामक ट्विटर अकाउण्ट चलाता था। प्रतीक सिन्हा की माँ निर्झरी सिन्हा ने मीडिया को बताया कि जुबैर और प्रतीक की मुलाकात ट्विटर के जरिए ही हुई थी। अहमदाबाद में दोनों की मुलाकात के बाद अल्टन्यूज चलाने की योजना बनी थी। अल्टन्यूज वेबसाइट प्रावदा मीडिया फाउण्डेशन नामक संस्था द्वारा चलायी जाती है जिसके निदेशक निर्झरी सिन्हा, प्रतीक सिन्हा और मोहम्मद जुबैर हैं।