प्रियंका गांधी का तंज, 5 ट्रिलियन-5 ट्रिलियन बोलते रहने से आर्थिक सुधार नहीं होता, मोदी सरकार में निवेशकों का भरोसा डगमगाया
By भाषा | Published: September 18, 2019 10:36 AM2019-09-18T10:36:30+5:302019-09-18T10:36:30+5:30
प्रियंका गांधी ने कहा है कि मंदी की मार को लेकर अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहती है मोदी सरकार।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अर्थव्यवस्था में सुस्ती को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार पर बुधवार को निशाना साधा और दावा किया कि इस सरकार में निवेशकों का भरोसा डगमगा चुका है।
उन्होंने एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ''चकाचौंध दिखा कर रोज 5 ट्रिलियन-5 ट्रिलियन बोलते रहने या मीडिया की हेडलाइन मैनेज करने से आर्थिक सुधार नहीं होता। विदेशों में प्रायोजित इवेंट करने से निवेशक नहीं आते।''
प्रियंका ने आरोप लगाया, "निवेशकों का भरोसा डगमगा चुका है। आर्थिक निवेश की जमीन दरक गई है। "
प्रियंका ने जो खबर शेयर की है उसके मुताबिक अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का मोदी सरकार में विश्वास लगातार कम हो रहा है जिसका नतीजा है कि पिछले तीन महीनों में ही बाहर के निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से 4.5 अरब डॉलर निकाल लिए हैं।
चकाचौंध दिखा कर रोज 5 ट्रिलियन-5 ट्रिलियन बोलते रहने या मीडिया की हेडलाइन मैनेज करने से आर्थिक सुधार नहीं होता। विदेशों में प्रायोजित इवेंट करने से निवेशक नहीं आते। निवेशकों का भरोसा डगमगा चुका है। आर्थिक निवेश की जमीन दरक गई है। #BjpBadForBusinesshttps://t.co/G1YvZRrvvD
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 18, 2019
मंदी की मार को लेकर जिम्मेदारी से बचना चाहती है भाजपा सरकार
प्रियंका गांधी वाड्रा ने अर्थव्यवस्था में सुस्ती और वाहनों की बिक्री में आई गिरावट को लेकर मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह मंदी की मार को लेकर अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहती है।
प्रियंका ने एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ''भाजपा सरकार से बस इतना ही कहना है कि आप जो इधर-उधर की बात करके कारवाँ लुट जाने देने की जिम्मेदारी से बचना चाहते हो, यह मुश्किल होगा। लोग देख रहे हैं। ''
उन्होंने कहा, "एक और कम्पनी पर पड़ी मंदी की मार और लोग होंगे बेरोजगार।''
प्रियंका ने जो खबर साझा की है, उसके मुताबिक देश की दिग्गज ऑटो कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा के संयंत्र में 17 दिन तक किसी भी तरह का विनिर्माण नहीं होगा। कंपनी ने यह फैसला ऐसे समय में किया है जब देश का ऑटो उद्योग सुस्ती के दौर से गुजर रहा है।