एमके स्टालिन ने भाजपा से कहा, 'तमिलनाडु में आपका राजनीतिक खेल नहीं चलेगा'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 14, 2022 09:24 PM2022-08-14T21:24:45+5:302022-08-14T21:28:19+5:30
भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन ने भी कहा कि जिस राजनीतिक खेल के लिए आजादी की 75वीं वर्षगांठ का इस्तेमाल किया जा रहा है, उस खेल को हम तमिलनाडु में नहीं खेलने देंगे।
चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने रविवार को देश की मौजूद राजनीतिक हालात के लिए परोक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि 'देशभक्ति का तमगा' लगाकर दुर्भावनापूर्ण कृत्यों में लिप्त स्वार्थ की राजनीति को दबाया जा रहा है।
भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन ने भी कहा कि जिस राजनीतिक खेल के लिए आजादी की 75वीं वर्षगांठ का इस्तेमाल किया जा रहा है, उस खेल को हम तमिलनाडु में नहीं खेलने देंगे।
भाजपा के प्रति अपनी स्पष्ट कड़वाहट को व्यक्त करते हुए सीएम स्टालिन ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता लगातार राष्ट्रीय ध्वज का अपमान कर रहे हैं। स्टालिन सरकार में वित्त मंत्री पलानीवेल त्यागराजन के साथ मदुरै में भाजपा कार्यकर्ताओं की अभद्रता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने वित्त मंत्री पलानीवेल त्यागराजन की जिस कार पर जूता फेंका, उसके बोनट पर राष्ट्रीय ध्वज लगा था लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं को ध्वज के अपमान से कोई मतलब नहीं था।
डीएमके प्रमुख द्वारा कार्यकर्ताओं को पत्र लिखकर कहा गया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने किसी नेता की गाड़ी पर जूता फेंककर उसका नहीं बल्कि तिरंगे का अपमान किया है। भाजपा कार्यकर्ताओं का जूता फेंका जाना हमारी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ समारोह की गरिमा को कम करता है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मंत्री पर जूता फेंके जानी की घटना स्पष्ट तौर पर उनकी 'झूठी देशभक्ति' को जनता के सामने प्रदर्शित करने का काम कर रही है। स्टालिन ने कहा कि 13 अगस्त को मदुरै में आयोजित कार्यक्रम परंपरा और प्रोटोकॉल के लिहाज से शहीद सैनिक को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित किया गया था।
लेकिन उस कार्यक्रम में सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए राज्य भाजपा के प्रमुख के अन्नामलाई और पार्टी के कार्यकर्ता बिना बुलाये राजनीति करने के लिए पहुंच गये। स्टालिन ने कहा कि जब वित्त मंत्री त्यागराजन सहित वहां मौजूद अधिकारियों ने सरकारी समारोह में पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं से बिन बुलाये आने पर सवाल उठाया, तो उन्होंने अराजकता फैलाई, जैसा की वो करने के लिए कुख्यात हैं।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि यदि भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं को दिवंगत सैनिक को श्रद्धांजलि देना होता तो शहीद सैनिक का पार्थिव शरीर के आने पर वो उनके घर जाते लेकिन वो तो शोक कार्यक्रम में उन्माद पैदा करना चाहते थे और उसके लिए उन्होंने ठीक वैसे ही कार्य भी किया।
सीएम स्टालिन ने मामले में भाजपा को घेरते हुए कहा कि वो सिर्फ राजनीति करने के लिए स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ का उपयोग कर रहे हैं और मदुरै में भी वो सैनिक को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बहाने राजनीतिक लाभ प्राप्त करना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि मदुरै में हिंसा करने वालों को गिरफ्तार कर लिया गया है क्योंकि उन्होंने शोक समारोह में नियमों के खिलाफ काम किया, जिसके कारण कानून-व्यवस्था खराब हुई और तिरंगे का अपमान हुआ।
भाजपा कार्यकर्ताओं को चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा, "मैं इस घटना के पीछे शामिल ताकतों को स्पष्ट कहना चाहता हूं कि यदि वे भविष्य में भी ऐसे कृत्यों में शामिल रहेंगे तो राज्य सरकार उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करेगा क्योंकि यह तमिलनाडु है और यहां आपका राजनीतिक गेम मैं नहीं होने दूंगा।" (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)