5 राज्यों के चुनाव नतीजों से एक दिन पहले एक छत के नीचे जुटे सभी मोदी-विरोधी दल, चंद्रबाबू नायडू कर रहे हैं अगुवाई
By भाषा | Published: December 10, 2018 02:23 PM2018-12-10T14:23:39+5:302018-12-10T14:23:39+5:30
यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बैठक मध्य प्रदेश,छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा और संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले होगी।
पांच राज्यों के चुनाव के परिणाम से ठीक एक दिन पहले महागठबंधन पर चर्चा करने के लिए दिल्ली में सोमवार को विपक्षी नेताओं की बैठक होने जा रहा है। इस बैठक में कुल 19 विपक्षी दलों के नेता शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि इस बैठक अगले साल प्रस्तावित लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला करने की रणनीति पर मंथन करेंगे। वहीं, सरकार ने संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
दिल्ली में होने वाली विपक्षी बैठक कुछ ही देर में शुरू होने वाली है। इसके लिए अगल-अलग दलों के नेता आने लगे हैं। बता दें कि यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बैठक मध्य प्रदेश,छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा और संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले होगी।
तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चन्द्रबाबू नायडू बैठक का समन्वय कर रहे है। उन्होंने सभी गैर-भाजपा दलों के नेताओं को आमंत्रित किया है। एक सूत्र ने कहा,‘‘बैठक का मुख्य एजेंडा एक गैर-भाजपा मोर्चा बनाने के लिए भविष्य की कार्रवाई तय करना है।’’
कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी के भी बैठक में भाग लेने की उम्मीद है। बैठक के दौरान विपक्ष के संसद के शीतकालीन सत्र के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाये की भी उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि संसद भवन सौंध में होने वाली बैठक के दौरान विपक्षी दल सरकारी विधेयकों और राफेल सौदे तथा किसानों से संबंधित मुद्दों पर अपने रूख पर चर्चा कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि न केवल गैर-भाजपा दलों के प्रमुखों बल्कि केरल,पंजाब और पुडुचेरी के मुख्यमंत्रियों को भी बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी, नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव एस सुधाकर रेड्डी के भी बैठक में भाग लेने की उम्मीद है।
द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष एम के स्टालिन, आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव और लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी) के नेता शरद यादव भी उन लोगों में शामिल हैं जो इस बैठक में भाग ले सकते है।
सपा के एक सूत्र ने बताया कि समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के भी इस बैठक में शामिल होने की संभावना है लेकिन यदि वह किसी कारणवश नहीं शामिल हो पाये तो पार्टी के वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव बैठक में मौजूद रहेंगे।
राकांपा नेता डी पी त्रिपाठी ने कहा,‘‘महंगाई, नोटबंदी और जीएसटी के दुष्प्रभाव, बेरोजगारी आदि बैठक के एजेंडे में होंगे।’’ आप नेताओं ने नायडू द्वारा बुलाई गई विपक्ष की बैठक में पार्टी की भागीदारी की पुष्टि की।
इससे पूर्व 22 नवम्बर को बैठक किये जाने की योजना थी लेकिन पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के कारण इसे टाल दिया गया था।