पेट्रोल-डीजल व गैस के बाद अब इस शहर में 12 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ सकती है दूध की कीमतें, जानें क्या है वजह

By अनुराग आनंद | Published: February 26, 2021 12:01 PM2021-02-26T12:01:55+5:302021-02-26T12:06:38+5:30

मध्य प्रदेश के रतलाम में पेट्रोल व डीजल की कीमत करीब 100 रुपये होने के बाद अब दूध की कीमत में भी वृद्धि होने की संभावना है।

Milk prices may rise by Rs 12 per litre from March 1 | पेट्रोल-डीजल व गैस के बाद अब इस शहर में 12 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ सकती है दूध की कीमतें, जानें क्या है वजह

रतलाम में दूध की कीमत में वृद्धि (फाइल फोटो)

Highlightsमध्य प्रदेश के किसानों ने पंचायत कर फैसला लिया कि पेट्रोल-डीजल, गैस व चारा की कीमत में वृद्धि के बाद अब दूध के दाम भी बढ़ेंगे।दूध उत्पादकों द्वारा 43 रुपये प्रति लीटर की कीमत से बढ़ाकर सीधे 55 रुपये प्रति लीटर करने का फैसला किया है।

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के रतलाम में पेट्रोल-डीजल व गैस की कीमतों में हो रही भारी वृद्धि के बीच अब देश के कई शहरों में दूध की कीमतों में भी 12 रुपये प्रति लीटर तक वृद्धि होने की संभावना है।

इंडिया डॉट कॉम के मुताबिक, रतलाम में करीब 25 गांवों के किसानों ने बैठक कर प्रशासन को इस बात की जानकारी दी है। किसानों ने कहा कि पेट्रोल-डीजल व चारे की कीमतों में लगातार हो रहे वृद्धि की वजह से यह फैसला लिया गया है। 

दूध उत्पादकों का कहना है कि महंगाई की वजह से लागत बढ़ने से परेशान होकर उन्होंने दूध की कीमत को 12 रुपये प्रतिलीटर तक बढ़ाने का फैसला किया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, बैठक के दौरान 1 मार्च से दूध की कीमत 55 रुपये प्रति लीटर करने का निर्णय लिया गया है।

क्या पेट्रोल और डीजल गैस के बाद दूध की कीमतें बढ़ेंगी?

दुग्ध उत्पादकों का कहना है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण परिवहन शुल्क में वृद्धि हुई है और पशु चारा भी महंगा हो गया है। यदि दूध की कीमतों में बढ़ोतरी को प्रशासन द्वारा मंजूरी नहीं दी जाती है, तो वे आपूर्ति बंद कर देंगे। किसानों का कहना है कि हर चीज की कीमत बढ़ रही है तो अब उनके उत्पाद की भी कीमतें उसी रफ्तार में बढ़नी चाहिए।

किसानों ने पहले महामारी की वजह से दूध की कीमत बढ़ाने का फैसला नहीं किया था-

कोरोना वायरस महामारी से पहले भी दूध उत्पादकों ने दूध की कीमत बढ़ाने का फैसला किया था, लेकिन शहर में विक्रेताओं के साथ कोई समझौता नहीं हुआ था। तब कीमत में 2 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की बात की गई थी, लेकिन COVID-19 संकट को देखते हुए किसानों ने आम लोगों के हित में कीमत नहीं बढ़ाने का फैसला लिया था।

रतलाम दुग्ध उत्पादक संघ के अध्यक्ष हीरालाल चौधरी ने ये कहा-

रतलाम दुग्ध उत्पादक संघ के अध्यक्ष हीरालाल चौधरी ने बताया कि 25 गांवों के दुग्ध उत्पादकों ने मंगलवार को बैठक की। हमारी मांग दूध की कीमत बढ़ाने की है। पिछले साल, कोरोनो वायरस के कारण दूध की कीमत में वृद्धि नहीं हुई थी, लेकिन अब पेट्रोल और डीजल की कीमतों के साथ-साथ चारे की कीमत भी बढ़ गई है।

दूध उत्पादकों द्वारा 43 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 55 रुपया किया गया है-

हीरालाल ने कहा कि दूध उत्पादन में किसानों की लागत बढ़ गई है। हमें पहले भैंस 1 से 1.5 लाख रुपये में खरीदना होता है। इसके बाद इसे खिलाने व पालने में भारी पैसा खर्च करने के साथ दिन भर मेहनत करना होता है। इन सबके बावजूद अभी दूध उत्पादकों द्वारा 43 रुपये प्रति लीटर की कीमत पर दूध बेचा जाता है। इसलिए हमने लागत को देखते हुए दूध की कीमत 55 रुपये प्रति लीटर करने का फैसला किया है। हम आगे देखेंगे कि क्या शहर के दूध विक्रेता हमारी बात से सहमत हैं?

Web Title: Milk prices may rise by Rs 12 per litre from March 1

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