जेएनयू मामला: HRD मंत्रालय ने नियुक्त की तीन सदस्यीय समिति, छात्रों से बातचीत कर निकालेगी समाधान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 18, 2019 12:03 PM2019-11-18T12:03:25+5:302019-11-18T12:30:41+5:30
छात्र संघ ने दिल्ली के बाहर के छात्रों से 18 नवम्बर को आंदोलन आयोजित करने की अपील की। इसबीच जेएनयू के कुलपति जगदीश कुमार ने विरोध कर रहे छात्रों से रविवार को अपील की कि वे अपनी कक्षाओं में लौट आएं, क्योंकि परीक्षाएं नजदीक हैं।
एचआरडी मंत्रालय ने तीन सदस्यीय समिति नियुक्त की जो जेएनयू की सामान्य कार्यप्रणाली बहाल करने के तरीकों की सिफारिश करेगी। बता दें कि जेएनयू के लिए बनाई गई एचआरडी समिति छात्रों एवं प्रशासन से बातचीत करेगी और सभी समस्याओं के समाधान को लेकर सिफारिश सौंपेगी।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के संसद तक निकाले जाने वाले मार्च के मद्देनजर सुरक्षा सख्त कर दी गई है। एएनआई के मुताबिक संसद के आस-पास धारा 144 लगा दी गई है। छात्र संघ सोमवार को जेएनयू से संसद की ओर मार्च करेगा। संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हुआ है।
R. Subrahmanyam, Education Secretary,
— ANI (@ANI) November 18, 2019
Ministry of HRD: MHRD has appointed a high power committee for discussion with students and administration for peaceful resolution of all issues. #JNUpic.twitter.com/J7Y9GlhfsT
जेएनयूएसयू ने अन्य विश्वविद्यालयों के छात्रों से छात्रावास शुल्क वृद्धि और उच्च शिक्षा को प्रभावित करने वाले अन्य मुद्दों के विरोध में सोमवार को संसद तक निकाले जाने वाले मार्च में शामिल होने की अपील की है। जेएनयूएसयू ने कहा, ‘‘ऐसे समय में जब देश में शुल्क वृद्धि बहुत अधिक पैमाने पर हो रही है, तो समग्र शिक्षा के लिए छात्र आगे आये है। हम संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन जेएनयू से संसद तक निकाले जाने वाले मार्च में शामिल होने के लिए सभी छात्रों को आमंत्रित करते हैं।’’
छात्र संघ ने दिल्ली के बाहर के छात्रों से 18 नवम्बर को आंदोलन आयोजित करने की अपील की। इसबीच जेएनयू के कुलपति जगदीश कुमार ने विरोध कर रहे छात्रों से रविवार को अपील की कि वे अपनी कक्षाओं में लौट आएं, क्योंकि परीक्षाएं नजदीक हैं। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जारी एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि उन्हें चिंतित अभिभावकों और छात्रों के ई-मेल आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “यदि हम अभी भी हड़ताल पर अड़े रहे तो इससे हजारों छात्रों के भविष्य पर असर होगा।”
पुलिस ने बताया कि मार्च के मार्ग के आसपास सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध किये गये है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम जिले से शुरू होने वाले सभी संभावित मार्गों से संसद की ओर जाने वाले सभी प्रवेश बिंदुओं पर पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हमने शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र के लिए संसद के आसपास पूरे क्षेत्र की सुरक्षा कड़ी की है। किसी भी अप्रिय स्थिति को टालने के लिए अन्य जिलों से भी अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किये जायेगे।’’