सावरकर को भारत रत्न देने की तैयारी कर रही है मोदी सरकार? लोकसभा में उठे सवाल पर आया जवाब
By विनीत कुमार | Published: November 19, 2019 03:49 PM2019-11-19T15:49:40+5:302019-11-19T15:55:16+5:30
गृह मंत्रालय ने मंगलवार को वीर सावरकर को भारत रत्न देने की तैयारी से जुड़े सवालों पर लोकसभा में कहा कि इस पुरस्कार को देने के लिए किसी औपचारिक अनुशंसा की जरूरत नहीं है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न देने की तैयारी से जुड़े सवालों पर कहा कि इस पुरस्कार को देने के लिए किसी औपचारिक अनुशंसा की जरूरत नहीं है। बीजेपी के ही एक सांसद गोपाल चिन्नया शेट्टी ने इस संबंध में सवाल पूछे। इसके बाद गृह मंत्रालय की ओर से जवाब दिये गये।
भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया, 'भारत रत्न के लिए सिफारिशें नियमित रूप से प्राप्त की जाती हैं लेकिन इस अवॉर्ड के लिए किसी औपचारिक अनुशंसा की जरूरत नहीं है। समय-समय पर भारत रत्न को लेकर फैसले तय समय पर किये जाते हैं।'
MHA in Lok Sabha on if Govt has taken steps to confer Bharat Ratna to VD Savarkar: Recommendations for Bharat Ratna are received regularly from various quarters, but no formal recommendation for this award is necessary. Decision regarding Bharat Ratna are taken from time to time.
— ANI (@ANI) November 19, 2019
महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी का वादा
बीजेपी ने महाराष्ट्र चुनाव से ठीक पहले वीर सावरकर को भारत रत्न दिये जाने की मांग अपने घोषणापत्र में उठाई थी। बीजेपी के घोषणा पत्र में कहा गया कि बीजेपी सरकार बनने पर केंद्र में अपनी पार्टी की अगुवाई वाली राजग सरकार से वीर सावरकर के नाम से लोकप्रिय विनायक दामोदर सावरकर को देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ देने की मांग करेगी। हालांकि, महाराष्ट्र में शिवसेना से विवाद के बाद बीजेपी की सरकार नहीं बन सकी।
महाराष्ट्र में वीर सावरकर का नाम सम्मान से लिया जाता है। इसलिए महाराष्ट्र में चुनाव के दौरान कांग्रेस भी खुल कर सावरकर को लेकर विरोध नहीं जता पाई थी। कांग्रेस ने तब कहा कि वह वीर सावरकर का सम्मान करती है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वो 'गांधी के भक्त' हैं या फिर 'सावरकर के भक्त' हैं।
कौन हैं वीर सावरकर
वीर सावरकर की पहचान एक राजनेता और स्वतंत्रता सेनानी के तौर पर है। हालांकि, उन्हें लेकर विवाद भी रहे हैं और उन पर महात्मा गांधी की हत्या के 'साजिश' के भी आरोप लगे। उनकी कट्टर 'हिंदुत्व विचारधारा' को लेकर भी काफी बातें होती रही हैं।
हाल में महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी ने भी विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न देने के महाराष्ट्र बीजेपी के प्रस्ताव की आलोचना करते हुए कहा कि सावरकर महात्मा गांधी की हत्या की साजिश के ‘संरक्षक’ थे। तुषार गांधी ने दावा किया कि गांधी की हत्या मामले में सुनवायी का सामना करने वाले सावरकर को बरी कर दिया गया था लेकिन उन्हें अदालत द्वारा बेगुनाह करार नहीं दिया गया था।