#Metoo: एम जे अकबर के खिलाफ मानहानि मामले के पक्ष में गवाहों ने दिए बयान
By भाषा | Published: December 7, 2018 09:07 PM2018-12-07T21:07:07+5:302018-12-07T21:07:07+5:30
पत्रकार प्रिया ने अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। गुजराल अकबर द्वारा दायर मानहानि मामले के समर्थन में शिकायतकर्ता के गवाह के रूप में अदालत में पेश हुए।
दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को पत्रकार एवं नेता एम जे अकबर द्वारा पूर्व महिला सहयोगी प्रिया रमानी के खिलाफ दायर मानहानि मामले के समर्थन में दो गवाहों के बयान दर्ज किये। पत्रकार प्रिया ने अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
अकबर के दो पूर्व सहयोगियों सुनील गुजराल और वीनू संदल ने अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल के सामने गवाह के रूप में बयान दर्ज कराए और कहा कि उनके लिए आरोप हैरानीभरे हैं और इससे अकबर की प्रतिष्ठा को अपूरणीय क्षति पहुंची है।
‘संडे गार्डियन’ के प्रकाशक और कारोबारी गुजराल ने गवाही दी कि एक सहयोगी और मित्र के तौर पर, उन्होंने अकबर के बारे में कभी किसी तरह के दुर्व्यवहार या कदाचार की कोई बात नहीं सुनी।
गुजराल अकबर द्वारा दायर मानहानि मामले के समर्थन में शिकायतकर्ता के गवाह के रूप में अदालत में पेश हुए।
अकबर पर पत्रकार प्रिया के आरोपों के संबंध में, गुजराल ने कहा कि यह उनके लिए ‘‘हैरानीभरा’’ है और वह ‘‘बहुत दुखी’’ हैं।
17 अक्टूबर को केन्द्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले अकबर ने प्रिया के खिलाफ अदालत में निजी आपराधिक मानहानि शिकायत दर्ज कराई थी। भारत में ‘मी टू’ अभियान बढने के बीच, प्रिया ने सोशल मीडिया पर अकबर के खिलाफ आरोप लगाए थे। उस समय वह नाइजीरिया में थे।
प्रिया ने अकबर पर करीब 20 साल पहले यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। हालांकि अकबर ने इन आरोपों से इंकार किया है।
दूसरी गवाह वीनू संदल ने कहा कि उन्हें आठ अक्टूबर को प्रिया के ट्वीट के बारे में खबर मिली और यह ‘‘बहुत झकझोर देने वाली’’ बात थी कि उन्होंने अकबर को ‘‘यौन उत्पीड़क’’ बताया और उनके बारे में अन्य बातें कहीं।
अदालत ने इस मामले में आगे की सुनवाई के लिए 11 जनवरी की तारीख तय की। अगली तारीख पर अकबर के एक और गवाह का बयान दर्ज किया जा सकता है।
इस मामले में इससे पहले अकबर और ‘संडे गार्डियन’ की संपादक जोयिता बसु के बयान दर्ज किये जा चुके हैं।