#MeToo: यौन शोषण मामले में एमजे अकबर ने सभी 11 महिलाओं को बताया 'झूठी', 5 पीड़िताओं ने कहा- सभी आरोप बिल्कुल सच हैं
By पल्लवी कुमारी | Published: October 15, 2018 12:29 PM2018-10-15T12:29:42+5:302018-10-15T12:29:42+5:30
केन्द्रीय मंत्री एमजे अकबर ने उनके खिलाफ लगाये गये यौन उत्पीड़न के आरोपों को रविवार को खारिज कर दिया। उन्होंने आरोप लगाने वाली महिलाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी।
#MeToo मूवमेंट के तहत केन्द्रीय मंत्री एम जे अकबर के खिलाफ पांच महिला पत्रकारों ने कहा है कि वह इस मामले को लेकर अपने आरोप वापस नहीं लेंगी और इंसाफ पाने के लिए वह लड़ेंगी। महिला पत्रकारों की ये प्रतिक्रिया एमजे अकबर के रविवार के उस बयान के बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा है कि उनके उपर लगाए गए सभी आरोप निराधर और बकवास है। एमजे अकबर पर अब तक ग्यारह महिला पत्रकारों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं।
महिला पत्रकारों का कहना है कि वह एमजे अकबर के इस बयान के सामने आने के बाद भी अपने बात से पीछे नहीं हेटेंगी। दो महिला पत्रकारों ने तो कहा है कि वह अकबर के बयान के बाद निराश हैं लेकिन हैरान नहीं हैं, क्योंकि उन्हें पता था कि एमजे अकबर कभी इस बात को लेकर सच नहीं बोलेंगे।
केस नंबर 1- पत्रकार सुपर्णा शर्मा ने कहा- कानूनी कार्रवाई करूंगी
एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा चुकी पत्रकार सुपर्णा शर्मा का कहना है, एमजे अकबर मेरे लगाए हुए सारे आरोप सच हैं और मैं अपने बात से पीछे नहीं हटने वाली हूं। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान सुपर्णा शर्मा दो घटनाओं का जिक्र किया है।
पहली घटना- जब एमजे अकबर ने मेरी ब्रा की स्ट्रीप खींची। दूसरी घटना जब उन्होंने लगातार दफ्तर में मेरे ब्रेस्ट को घूरते रहे थे। उन्होंने ऐसा सिर्फ मेरे साथ ही नहीं बल्कि कई महिलाओं के साथ दफ्तर में ऐसा किया है। अकबर के खिलाफ ये मेरे एक लंबी लड़ाई होगी। मैं इस मामले में कानूनी कार्रवाई भी करूंगी। सुपर्णा शर्मा वर्तमान में दिल्ली में द एशियन एज की संपादक हैं।
केस नंबर 2- विदेशी पत्रकार डीपी कांप (de Puy Kamp) ने कहा- अकबर के खिलाफ मेरे पास सबूत
एमजे अकबर पर यौन शोषण का आरोप लगा चुकी विदेशी पत्रकार डीपी कांप (de Puy Kamp) का भी यही कहना है कि वह अकबर के बायन से निराश हैं लेकिन आश्चर्यचकित नहीं हूं। मैंने जो कुछ भी कहा है वह सच कहा है, मेरे पास सारे सबूत हैं। मैंने बिना तथ्यों के उनपर आरोप नहीं लगाए हैं।
जब डीपी कांप से पूछा गया कि 2019 के चुनाव के पहले एमजे अकबर पर ऐसे यौन शोषण का आरोप लगाना कोई एजेंडा तो नहीं हैं ना? तो डीपी कांप ने जवाब दिया- नहीं, मेरा ऐसा कोई एजेंडा नहीं है। ना मैं भारक की नागरिक हूं और ना ही होने वाले चुनाव में मैं वोट दूंगी। मेरा ऐसा बोलने के पीछे कोई राजनीतिक ऐजेंडा नहीं है। मैंने इसके लिए उस वक्त भी आवाज उठाई थी, मेरे पिता ने अकबर को उस वक्त भी ईमेल किया था।
2007 में द एशियन में डीपी कांप के साथ एमजे अकबर ने किया यौन शोषण
2007 में जब एमजे अकबर एशियन एज के संपादक थे। उस पत्रकार डीपी कांप वहां इंटर्न थी। उस वक्त अकबर 55 साल के थे और महिला पत्रकार की उम्र 18 साल थी।
डीपी कांप ने बताया है कि अकबर से मुलाकात उसकी अपने पिता की वजह से हुई थी। उनके पिता 1990 में दिल्ली में विदेशी संवाददाताओं के रूप में काम किया करते था।
महिला पत्रकार ने बताया, ''जिस दिन उसके इंटर्नशिप का आखिर दिन था। उस दिन वह अकबर से बात करने जाने वाली थी लेकिन वह खुद उसके डेस्क के पास आकर इधर-उधर घुमने लगे। मैं उस वक्त बैठी हुई थी तो मैंने अपना हाथ उनकी ओर बढ़ाया लेकिन इतने में वो मेरी तरफ आए और मेरे हाथे के नीछे से हाथ लगाकर जबरन मेरे कंधे को पकड़ा। उसके बाद खींच मेरे साथ माउथ-टू-माउथ किस किया था।
केस नंबर 3- पत्रकार प्रिया रमानी ने कहा- अकबर पर लगाए सारे आरोप सच हैं
पत्रकार प्रिया रमानी ने अकबर के बयान के बाद कहा है, मुझे किसी मानहानी के केस का कोई डर नही है क्योंकि मैं सच बोल रही हूं और सच बोलेने वालों को कोई चिंता नहीं होती है।
इंडियन एक्सप्रेस ने बात करते हुए प्रिया रमानी ने कहा, जिन्होंने 8 अक्टूबर को अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा है कि हम अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए ये बात कही है, जो सच है। अकबर के खिलाफ हम कोई राजनीतिक षड्यंत्र नहीं रच रहे हैं।
केस नंबर 4- फ्रीलांस जर्नलिस्ट कनिका गहलोत ने भी लगाए आरोप
फ्रीलांस जर्नलिस्ट कनिका गहलोत जो अकबर के साथ 1995 से 1997 के बीच में काम किया है। उनका कहना है कि इस दौरान उनके साथ भी एमजे अकबर ने यौन शोषण किया है।
कनिका गहलोत का कहना है, मैं अपनी बोली हुई हर बात पर अड़ी हूं। मैंने जो भी आरोप लगाए हैं, वो सच है। हां लेकिन मैं इस बात का दावा नहीं कर रही हूं कि बाकी लोग जो आरोप लगा रहे हैं वो सच है या झूठ।
केस नंबर 5- पत्रकार शुतपा पॉल ने कहा- महिलाओं के हक के लिए आगे आई हूं
पत्रकार शुतपा पॉल ने भी एमजे अकबर पर यौन शोषण का आरोप लगा लगाया है। एमजे अकबर के सारे आरापों के खारिज करने के बाद उन्होंने कहा है, 'मैं भी उनके इस बयान को सुनकर हैरान हो गई हूं लेकिन जो सच है वह तो सच ही रहेगा। ये लड़ाई सिर्फ मेरी नहीं है मेरी जैसी उन सब महिलाओं की है जो काम की जगह पर यौन उत्पीड़न जैसी घटनाओं के झेल रही हैं।
ग्यारह महिला पत्रकारों ने लगाए अकबर पर आरोप
एमजे अकबर पर अब तक ग्यारह महिलाओ ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। इन पांच महिलाओं के अलावा यूके बेस्ड पत्रकार रुथ डेविड, पत्रकार सबा नकवी, फोर्स मैगजीन की एक्जिक्यूटिव एडिटर गज़ाला वहाब (सबसे पहले लगाया अकबर पर आरोप) पत्रकार शुमा राहा, पत्रकार प्रेरणा सिंह बिंद्रा और पत्रकार कदंबरी वेड हैं।
एमजे अकबर ने यौन शोषण के आरोप को खारिज कर कानूनी कार्रवाई की दी चेतावनी
केन्द्रीय मंत्री एमजे अकबर ने उनके खिलाफ लगाये गये यौन उत्पीड़न के आरोपों को रविवार को खारिज कर दिया। उन्होंने उन पर इस तरह के आरोप लगाने वाली महिलाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी।
अफ्रीका की यात्रा से लौटने के कुछ ही घंटों बाद विदेश राज्य मंत्री ने एक बयान जारी किया और इन आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने बयान में कहा,‘‘मेरे खिलाफ लगाए गये दुर्व्यवहार के आरोप झूठे और मनगढंत है। इन झूठे और बेबुनियाद आरोपों से मेरी छवि को अपूर्णीय क्षति पहुंची है।’’
अकबर ने कहा कि उनके वकील इन मनगढंत और बेबुनियाद आरोपों पर गौर करेंगे। उन्होंने सवाल किया कि आम चुनावों से कुछ महीने पहले यह तूफान क्यों उठा है?
वीडियो में देखें 11 महिला पत्रकारों ने क्या-क्या आरोप लगाए हैं...