मेघालयः कोयला खदान में फंसे मजदूरों की मदद को पहुंचे बचाव कर्मी, पानी निकालने के लिए लगाए बड़े पंप

By भाषा | Published: December 27, 2018 11:26 PM2018-12-27T23:26:10+5:302018-12-27T23:26:10+5:30

पुलिस अधीक्षक सिल्विस्टर मोंगटींगर ने बताया कि किर्लोस्कर ब्रदर्स लिमिटेड की दो टीम मदद के लिए बृस्पतिवार को यहां पहुंची । श्रमिक 370 फुट अवैध खदान में फंसे हुए हैं।

Meghalaya: Rescue workers arrived in the help of laborers stranded in coal mines, large pumps planted to remove water | मेघालयः कोयला खदान में फंसे मजदूरों की मदद को पहुंचे बचाव कर्मी, पानी निकालने के लिए लगाए बड़े पंप

मेघालयः कोयला खदान में फंसे मजदूरों की मदद को पहुंचे बचाव कर्मी, पानी निकालने के लिए लगाए बड़े पंप

शिलांग, 27 दिसंबरःमेघालय में एक कोयले की खदान से पानी भरने से उसमें पिछले एक पखवाड़े से फंसे 15 लोगों को निकालने में मदद करने के लिए निजी पंप निर्माता कंपनी मौके पर पहुंच गए हैं । यह कंपनी खदान से पानी निकालने में स्वेच्छा से उपकरण मुहैया करा रही है। भारतीय वायु सेना और कोल इंडिया के बचावकर्मी ईस्ट जयंतिया हिल्स जिले में स्थित इस खदान तक शुक्रवार को पहुंचने की उम्मीद है। 

पुलिस अधीक्षक सिल्विस्टर मोंगटींगर ने बताया कि किर्लोस्कर ब्रदर्स लिमिटेड की दो टीम मदद के लिए बृस्पतिवार को यहां पहुंची । श्रमिक 370 फुट अवैध खदान में फंसे हुए हैं। किर्लोस्कर ब्रदर्स लिमिटेड ने बुधवार की देर रात एक बयान में कहा, ‘‘ मेघालय में फंसे लोगों के लिए हम बेहद चिंतित हैं और हर तरह से मदद को तैयार हैं। हम अपनी सहायता देने के लिए मेघालय सरकार के अधिकारियों के संपर्क में हैं।' 

भारतीय वायु सेना के प्रवक्ता रत्नाकर सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने वायु सेना से बचावकर्मियों को भुवनेश्वर से या तो गुवाहाटी तक या शिलांग हवाई अड्डे तक शुक्रवार को पहुंचाने का आग्रह किया है। कोल इंडिया लिमिटेड के सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि सर्वेक्षणकर्ता घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। 

तलाशी और बचाव का काम शनिवार को रोक दिया गया था क्योंकि खदान में पानी का स्तर कम होता प्रतीत नहीं हो रहा था। एनडीआरएफ के सहायक कमांडेंट एस के सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन ने राज्य सरकार को उच्च शक्ति वाले पंप की मांग करते हुए पत्र लिखा है क्योंकि इस कार्य के लिए 25 हॉर्स पावर के पंप पर्याप्त साबित नहीं हो पा रहे थे। 

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने गुरुवार को मीडिया की उन खबरों का खंडन किया जिसमें यह कहा गया था कि खदान में फंसे मजदूरों की मौत हो जाने का संदेह है क्योंकि एनडीआरएफ के गोताखोर जब खदान में उतरे थे उन्होंने ‘दुर्गंध’ महसूस की थी। 

इसी बीच सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस घटना के संबंध में मुलाकात की है। हालांकि इस बैठक की जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई है।

Web Title: Meghalaya: Rescue workers arrived in the help of laborers stranded in coal mines, large pumps planted to remove water

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