असम में हिंसक प्रदर्शनों और कर्फ्यू के चलते मेघालय के मुख्यमंत्री ने अमित शाह के साथ मुलाकात को टाला
By भाषा | Published: December 13, 2019 05:41 AM2019-12-13T05:41:26+5:302019-12-13T05:41:26+5:30
मुख्यमंत्री ने दिन में पश्चिमी मेघालय का दौरा किया था। गुवाहाटी के बाहरी इलाके में स्थित हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए उन्होंने अलग रास्ते का इस्तेमाल किया, लेकिन उनके कैबिनेट सहयोगी हिंसा प्रभावित गुवाहाटी में फंस गए थे।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ पूर्व निर्धारित मुलाकात को बृहस्पतिवार को स्थगित कर दिया, क्योंकि असम में हिंसक प्रदर्शनों और कर्फ्यू लगे होने की वजह से उनके मंत्रिमंडल के साथी गुवाहाटी हवाई अड्डे पर नहीं पहुंच सके। सूत्रों ने बताया कि हालांकि संगमा एलजीबी हवाई अड्डे पर पहुंच गए थे और वह राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना हो गए।
एक सूत्र ने बताया कि मुख्यमंत्री ने दिन में पश्चिमी मेघालय का दौरा किया था। गुवाहाटी के बाहरी इलाके में स्थित हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए उन्होंने अलग रास्ते का इस्तेमाल किया, लेकिन उनके कैबिनेट सहयोगी हिंसा प्रभावित गुवाहाटी में फंस गए थे। संगमा को अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ शाह से मिलना था, जिस दौरान वह नागरिकता (संशोधन) विधेयक के दायरे से मेघालय को पूरी तरह से बाहर रखने की मांग करते।
मुख्यमंत्री कार्यालय के करीबी एक अधिकारी ने बताया कि असम में कर्फ्यू और नागरिकता (संशोधन) विधेयक के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों की वजह से गुवाहाटी के बाहरी इलाके में स्थित हवाई अड्डे तक कैबिनेट के मंत्री नहीं पहुंच सके। इसलिए गुरुवार रात अमित शाह से होने वाली मुलाकात को शुक्रवार सुबह तक के लिए टाल दिया गया है। उन्होंने कहा मंत्री शुक्रवार को एक हेलीकॉप्टर से दिल्ली जाएंगे।
इधर, अमित शाह ने भाजपा के सहयोगी इंडिजीनियस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि मोदी सरकार नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर उनकी चिंताओं को दूर करने का प्रयास करेगी। शाह ने इस मुद्दे पर त्रिपुरा के शाही परिवार के प्रमुख किरीट प्रद्युत देववर्मन और त्रिपुरा पीपुल्स फ्रंट (टीपीएफ) के अध्यक्ष पटल कन्या जमातिया से भी मुलाकात की।
शाह ने ट्वीट किया, "त्रिपुरा के आईपीएफटी और जॉइंट मूवमेंट अगेंस्ट कैब के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर कैब को लेकर उनकी चिंताओं पर चर्चा की। मोदी सरकार उनकी चिंताओं को दूर करने का हरसंभव प्रयास करेगी।"