UP: मिलिए सब इंस्पेक्टर रणजीत से जो अयोध्या के गरीब बच्चों को फ्री में दे रहा है शिक्षा, पुलिस ड्रेस में खुले आसमान के नीचे ऐसे पढ़ाता है अधिकारी, देखें फोटो
By आजाद खान | Published: July 21, 2022 02:32 PM2022-07-21T14:32:25+5:302022-07-21T14:38:46+5:30
सब इंस्पेक्टर रणजीत ने बताया कि जब कभी भी उसे छुट्टी मिलती है तो वह इन बच्चों को पढ़ाने के लिए यहां चला आता है। बच्चे भी काफी पसंद से यहां पर पढ़ाई कर रहे है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में एक सब इंस्पेक्टर द्वारा खुले में पेड़ के नीचे छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ाते और उनका क्लास लेने की एक खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि सब इंस्पेक्टर रणजीत यादव (SI Ranjeet Yadav) इलाके के गरीब बच्चों को ऐसे ही खुले में बैठाकर उन्हें फ्री में शिक्षा देते है।
यहीं नहीं वह समय-समय पर इन बच्चों के लिए पढ़ाई में लगने वाले सामान भी लाते है। रणजीत का साथ उनका एक दोस्त भी निभाता है जो वह भी सरकारी काम करते है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, सब इंस्पेक्टर रणजीत यादव खुर्जा कुंड के पास जयसिंह वार्ड के मलिन बस्ती के बच्चों को इस तरीके से खुले में पढ़ाते है। यहां पर स्कूल के नाम पर कुछ नहीं है, न यहां को स्लूक की दीवार है और न ही कोई टेबल चेयर है। फिर भी इलाके के गरीब, असहाय, और भिक्षावृति से जुड़े बच्चे यहां रणजीत से शिक्षा लेते है।
Uttar Pradesh | In a bid to provide a brighter future, a police officer in Ayodhya offers free education to children hailing from downtrodden families who indulge in begging (20.07) pic.twitter.com/Mkz6dsNYDQ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 21, 2022
यहां पर पढ़ने वाले अधिकतर बच्चों के माता पिता गरीब है और वे भीख मांगने का काम करते है। ऐसे रणजीत ने केवल इन बच्चों का बल्कि इनके माता पिता का भी ख्याल रखते है। वे उन्हें शिक्षा, स्वच्छता और नशामुक्ति के प्रति जागरुक भी करते हैं।
Ayodhya, Uttar Pradesh | I've started my own school & have been teaching these children for several months whenever I get a holiday. I often saw their parents begging, thereafter, I spoke with them & many were willing to educate their children: Ranjit Yadav, Sub-Inspector (20.07) pic.twitter.com/IiuR19XIct
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 21, 2022
रणजीत बच्चों को देते है कॉपी और कलम
रणजीत इन बच्चों का हर तरीके से मदद करते है। वे बीच-बीच में इनके लिए पेन, पेंसिल और कॉपी भी लाते है। इस खुले स्कूल में करीब 25 से 30 बच्चे पढ़ते है। रणजीत ने बताया कि वह पिछले चार से पांच महीने से इन बच्चों को पढ़ा रहा है। उसने इस स्कूल का नाम अपना स्कूल रखा है।
यहां पढ़ रहे बच्चों ने बताया कि उन्हें यहां पढ़ना अच्छा लगता है इसलिए वे हमेशा यहां आते है। बच्चों ने यह भी कहा कि वे आगे पढ़ना भी चाहते है और उनको स्कूल जाने का भी काफी मन है।
Ayodhya, Uttar Pradesh | We want to study further and go to school. We feel pretty good while studying here, so now, we regularly come here, say the children pic.twitter.com/kuRoFsxoON
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 21, 2022
कौन है रणजीत
रणजीत आज़मगढ़ के एक छोटे से गांव भदसार के निवासी है। इन्होंने बीएचयू से दर्शनशात्र विषय में ग्रेजुएट की पढ़ाई पूरी की है। रणजीत इलाके में सब इंस्पेक्टर के तौर पर तैनात है।
उन्होंने बताया कि जब कभी भी उन्हें छुट्टी मिलती है, वे इन बच्चों को पढ़ाने के लिए चले आते है। रणजीत का साथ उनका एक दोस्त प्रमोद यादव भी देता है जो कृषि विभाग में नियुक्त है।