'कहीं सपा-भाजपा की मिलीभगत तो नहीं.. मुस्लिमों को सोचने की जरूरत', रामपुर और मैनपुरी के उपचुनाव के नतीजों पर बोलीं मायावती
By विनीत कुमार | Published: December 11, 2022 12:53 PM2022-12-11T12:53:31+5:302022-12-11T13:08:35+5:30
बसपा सुप्रीमो मायावती ने हाल में यूपी में हुए उपचुनाव के नतीजों को लेकर सपा-भाजपा में मिलीभगत का संदेह जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मुस्लिमों को अब चिंतन करने और समझने की जरूरत है।
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने मैनपुरी सीट पर हाल में हुए लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की जीत और रामपुर विधानसभा उपचुनाव में हार को लेकर आश्चर्य जताया है। उन्होंने अंदेशा जताते हुए ट्वीट किया कि कहीं यह भाजपा और समाजवादी पार्टी की मिलीभगत तो नहीं है।
मायावती ने साथ ही आगाह किया कि मुस्लिमों को बहुत सोचने और समझने की जरूरत है। मायावती ने ट्वीट किया, 'यूपी के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा की हुई जीत किन्तु रामपुर विधानसभा उपचुनाव में आजम खान की खास सीट पर योजनाबद्ध कम वोटिंग करवा कर सपा की पहली बार हुई हार पर यह चर्चा काफी गर्म है कि कहीं यह सब सपा व भाजपा की अन्दरुनी मिलीभगत का ही परिणाम तो नहीं?'
1. यूपी के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा की हुई जीत किन्तु रामपुर विधानसभा उपचुनाव में श्री आज़म ख़ान की ख़ास सीट पर योजनाबद्ध कम वोटिंग करवा कर सपा की पहली बार हुई हार पर यह चर्चा काफी गर्म है कि कहीं यह सब सपा व भाजपा की अन्दरुनी मिलीभगत का ही परिणाम तो नहीं?
— Mayawati (@Mayawati) December 11, 2022
मायावती ने एक और ट्वीट में लिखा, 'इस बारे में खासकर मुस्लिम समाज को काफी चिन्तन करने व समझने की भी जरूरत है ताकि आगे होने वाले चुनावों में धोखा खाने से बचा जा सके। खतौली विधानसभा की सीट पर भाजपा की हुई हार को भी लेकर वहाँ काफी सन्देह बना हुआ है, यह भी सोचने की बात है।'
2. इस बारे में ख़ासकर मुस्लिम समाज को काफी चिन्तन करने व समझने की भी ज़रूरत है ताकि आगे होने वाले चुनावों में धोखा खाने से बचा जा सके। खतौली विधानसभा की सीट पर भाजपा की हुई हार को भी लेकर वहाँ काफी सन्देह बना हुआ है, यह भी सोचने की बात है।
— Mayawati (@Mayawati) December 11, 2022
गौरतलब है कि मैनपुरी में हाल ही में हुए उपचुनाव में सपा की डिंपल यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के रघुराज सिंह शाक्य को 2.88 लाख मतों के अंतर से हराया। समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव, जो डिंपल यादव के ससुर भी थे, के निधन के कारण यहां उपचुनाव कराया गया था।
दूसरी ओर भाजपा ने पहली बार समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के गढ़ रामपुर सदर विधानसभा सीट पर सेंध लगाई है। भाजपा के आकाश सक्सेना ने आजम के उम्मीदवार असीम रजा को करीबी मुकाबले में 34,000 वोटों के अंतर से हराया।
सपा के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकदल ने खतौली उपचुनाव जीता और उसके उम्मीदवार मदन भैया ने भाजपा की राजकुमारी सैनी को 22,000 मतों से हराया।
मायावती की पार्टी के पास 2022 के विधान सभा चुनावों में बड़ी हार के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा में एक सीट है। बसपा ने यूपी विधानसभा चुनाव में 88 मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, लेकिन एक भी उम्मीदवार जीत नहीं सका।