उत्तर प्रदेश में आज बार कांउसिल ही की हुई हत्या पर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है। उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष दरवेश यादव की बुधवार को आगरा सिविल कोर्ट में गोली मारकर हत्या किए जाने पर मायावती और अखिलेश यादव ने दुख जाहिर किया और कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बुधवार को दरवेश यादव की आगरा सिविल कोर्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस पर बसपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व प्रमुख मायावती ने ट्वीट करके रोष व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि यूपी बार काउंसिल की नवनिर्वाचित अध्यक्ष दरवेश यादव की आगरा कोर्ट परिसर में जघन्य हत्या अति-दुःखद और अति निंदनीय है, साथ ही शामली में पुलिस द्वारा पत्रकारों की अकारण पिटाई जैसी घटनाएं साबित करती हैं कि लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी के शासन में अराजकता, जंगलराज और भी ज्यादा बढ़ गया है।
वहीं प्रदेश जारी आपराधिक घटनाओं पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने ट्वीट किया, 'सीएम बैठक पर बैठक कर रहे हैं। अपराधी अपराध पर अपराध! आगरा में बार काउंसिल अध्यक्ष की हत्या कानून व्यवस्था पर सुलगता सवाल. दुखद!'
जानें क्या है मामला
उत्तर प्रदेश बार काउंसिल अध्यक्ष दरवेश यादव की कथित तौर पर उनके एक साथी वकील ने ही गोली मारकर हत्या कर दी है। दरवेश यादव दो दिन पहले ही बार काउंसिल की अध्यक्ष बनी थीं।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक दरवेश यादव के बार काउंसिल के अध्यक्ष बनाए जाने पर न्यू आगरा स्थित दीवानी परिसर में एक स्वागत समारोह रखा गया था। मौके पर पहुंचे मनीष शर्मा नाम के वकील ने उन पर हमला कर दिया। मनीष और दरवेश यादव के बीच किसी बात को लेकर कथित तौर पर कहासुनी हुई थी। गुस्से में आग बबूला वकील ने आव देखा न ताव, पिस्तौल निकाली और एक के बाद एक करके तीन गोलियां दरवेश को मारीं और फिर खुद पर भी गोली चला दी।
दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां दरवेश यादव को मृत घोषित कर दिया गया और आरोपी वकील की हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस अभी इस बात का पता नहीं लगा सकी है कि दोनों के बीत किस बात को लेकर विवाद था।
बता दें कि बीते रविवार (9 जून) को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बार काउंसिल का चुनाव हुआ था जिसमें दरवेश यादव जीती थीं। बार काउंसिल के चुनाव में कुल 298 उम्मीदवार मैदान में थे। दरवेश यादव और हरिशंकर सिंह नाम के प्रत्याशी को बराबर 12-12 वोट मिले थे। यह भी बताया जा रहा है कि वह पहली महिला थीं जो उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्यक्ष बनी थीं।
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के एटा की रहने वाली दरवेश यादव ने आगरा से कानून की पढ़ाई की थी। उन्होंने 2004 में वकालत के पेशे में कदम रखा था। 2012 में पहली बार बार काउंसिल की सदस्य बनीं। 2016 में बार काउंसिल की उपाध्यक्ष और 2017 में इसकी कार्यकारी अध्यक्ष बनीं।