सहारनपुर में महागठबंधन की पहली रैली में मायावती ने मुस्लिम वोट को अपने पक्ष में करने के लिए भरसक प्रयास किया है. उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए मुस्लिम वोटरों से आह्वान किया कि आप कांग्रेस को वोट नहीं दें क्योंकि बीजेपी को केवल महागठबंधन ही हरा सकती है. सहारनपुर संसदीय क्षेत्र एक मुस्लिम बहुल क्षेत्र है और जहां मुस्लिमों की आबादी 40 प्रतिशत है.
कांग्रेस ने इस सीट से इमरान मसूद को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. 2014 में बीजेपी उम्मीदवार के मुकाबले इमरान मसूद को 4 लाख 7 हजार वोट मिले थे और वे मात्र 65 हजार वोट से चुनाव हारे थे. मायावती का यह बयान उसकी चिंता को लेकर है कि मुस्लिम वोटरों को अपने पक्ष में करना जरूरी है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई सीटों पर मुस्लिम जनसँख्या जीत के हिसाब से मायने रखती है.
मायावती का यह बयान इसलिए भी महत्त्वपूर्ण है कि क्योंकि राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, मुस्लिम वोट कांग्रेस और महागठबंधन के बीच बंटने की स्थिति में इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिल सकता है. महागठबंधन और कांग्रेस दोनों इस बात को लेकर आशंकित है कि मुस्लिम वोटरों का रुझान किसके पक्ष में होगा.
मायावती ने इसके अलावा भी कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा.
मायावती ने राहुल गांधी के 'न्याय' स्कीम को लेकर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने भी गरीबी हटाने का नारा दिया था लेकिन आज तक गरीबी बरकरार है. मायावती के मुताबिक, कांग्रेस की न्याय योजना चुनाव को देखते हुए लाइ गई है. उन्होंने कहा कि जब तक हर हांथ को काम नहीं मिलेगा तब तक देश से गरीबी नहीं मिटेगी.