जन्मदिन पर मायावती ने की लोकसभा चुनाव के लिए वोट की अपील, कहा-मेरी जीत मेरे लिए होगा तोहफा
By स्वाति सिंह | Published: January 15, 2019 11:40 AM2019-01-15T11:40:02+5:302019-01-15T11:40:02+5:30
मायावती ने हाल ही में पांच राज्यों में हुए चुनावी नतीजों का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों पार्टियों को इससे सबक लेना चाहिए।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को अपने जन्मदिन पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कार्यकर्ताओं और मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा 'मेरा जन्मदिन पार्टी जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मनाती है मैं आपको उसके लिए आभार व्यक्त करती हूं।'उन्होंने कहा 'मेरी जीत ही मेरा जन्मदिन का तोहफा होगा। हमने देशहित के लिए बसपा-सपा का गठबंधन किया है।'
इसके साथ ही उन्होंने सपा-बसपा के कार्यकर्ताओं से की अपील करते हुए कहा कि निजी स्वार्थों को किनारे रखें और विपक्षी हथकंडों से सावधान रहें। यहां मायावती बीजेपी-कांग्रेस पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा 'बीजेपी-आरएसएस ने भगवानों को भी जाति में बांटा हैं। लेकिन जनता सब जानती है। इसके साथ ही उन्होंने हाल ही में पांच राज्यों में हुए चुनावी नतीजों का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों पार्टियों को इससे सबक लेना चाहिए।'
मायावती ने कहा 'देश में सबसे ज्यादा राज कांग्रेस पार्टी ने किया है। जिसके बाद साल में 1984 हमें अपनी पार्टी बनानी पड़ी।हालांकि हमारे बाद भी कई कई पार्टियां बनी लेकिन उनकी सोच कांग्रेस पार्टी से ज्यादा अलग नहीं है।लेकिन इस चुनाव में हम कांग्रेस एंड कंपनी को सबक सिखाएंगे।
BSP Chief Mayawati in Lucknow: We have always worked for the poor and the down trodden. The government should give 100% farm loan waiver else farmer suicides will continue. A strong farm loan waiver policy should be made. pic.twitter.com/nRvA8K81SD
— ANI UP (@ANINewsUP) January 15, 2019
किसान कर्जमाफी का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा 'थोड़ा कर्ज माफ करने से किसानों का भला नहीं होगा। किसानों की पूरी कर्जमाफी होनी चाहिए।'
मायावती ने आगे कहा 'जिन महापुरुषों के बताए रास्ते को अपनाने के लिए मैंने अपनी जिंदगी समर्पित की है। हमारी पार्टी गरीब, पिछड़ों की मदद के लिए हमेशा कार्य करती है।हमारी पार्टी ने हाल ही में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। ये प्रदेश तय करता है कि देश में किसकी सरकार बनेगी और प्रधानमंत्री कौन बनेगा।'
वहीं, उन्होंने 10 फीसदी सवर्ण आरक्षण को लेकर कहा कि चुनाव को देखते हुए पीएम मोदी वादे कर रहे हैं। आर्थिक आधार पर मुस्लिमों को भी 10 फीसदी आरक्षण मिलना चाहिए।
मालूम हो कि सपा और बसपा ने अपनी 23 साल पुरानी दुश्मनी भुलाते हुए आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए गत शनिवार को परस्पर गठबंधन का ऐलान किया था। दोनों ने प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी।
गठबंधन में हालांकि कांग्रेस को शामिल नहीं किया गया है लेकिन इस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी और इस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए क्रमशः अमेठी और रायबरेली की सीटें छोड़ दी गई हैं।