संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत और स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने पर सहयोगी देशों के प्रति आभार जताया है। बता दें कि बुधवार (1 मई) को जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया। पड़ोसी मुल्क चीन मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने की भारत की कोशिशों पर वर्षों से पानी फेर रहा था लेकिन आखिरकार उसे इस मामले में नरम रुख दिखाने पर मजबूर होना पड़ा।
सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि यह महत्वपूर्ण सफलता है, भारत कई वर्षों से इसके लिए प्रयास कर रहा था, आज जाकर यह हो सका। अकबरुद्दीन ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने की कोशिशों में साथ देने वाले देशों अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस के प्रति आभार जताया। उन्होंने सुरक्षा परिषद में शामिल देशों और जो देश इसमें शामिल नहीं हैं उनके प्रति भी आभार जताया। अकबरुद्दीन ने स्थायी प्रतिनिधि इंडोनेशिया का भी इस काम के लिए शुक्रिया अदा किया।
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादियों की सूची में डालने पर खुशी जाहिर की है।
बता दें कि बीती 14 फरवरी को देश को दहलाने वाले पुलवामा आतंकी हमले के पीछे आतंकी संगठन जैश का हाथ था, जिसमें 40 से ज्यादा सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे। 13 मार्च के चीन ने एक बार फिर मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया था। भारत कई बार चीन के रुख पर नाखुशी जाहिर कर चुका था। अमेरिका ने यहां तक कह दिया था कि चीन की हरकत के कारण वॉशिंगटन और बीजिंग के क्षेत्रीय स्थिर और शांति के लक्ष्य पर फर्क पड़ेगा।
अब मसूद अजहर की संपत्ति जब्त कर ली जाएगी और उसके कहीं आने-जाने और हथियार रखने पर पाबंदी होगी।