आगजनी-पत्थरबाजी-ट्रेन रोकने के बाद मराठा समुदायों ने मुंबई बंद लिया वापस
By रामदीप मिश्रा | Published: July 25, 2018 05:30 AM2018-07-25T05:30:58+5:302018-07-25T16:04:04+5:30
मराठा समुदाय आरक्षण की मांग को लेकर हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों के पथराव में एक कांस्टेबल की मौत हो गई, जबकि नौ अन्य जख्मी हो गए। प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों को भी फूंक दिया और दो प्रदर्शनकारियों ने खुदकुशी करने की कोशिश की।
मुंबई , 25 जुलाई: महाराष्ट्र का मराठा समुदाय नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन अब पूरी तरह हिंसक रूप ले चुका है। राज्यव्यापी इस आंदोलन में कई जगहों पर आगजनी के बाद लातूर जिले में दो समुदायों में हिंसक झड़पों का दौर शुरू हो गया। मराठा क्रांति मोर्चा ने आज मुंबई बंद का आह्वान किया था और शांति तरीके से आंदोलन की अपील की थी। मराठा क्रांति मोर्चा के लोगों ने मुंबई के कई जगहों पर हाथ जोड़कर दुकानदारों से दुकान बंद करने के लिए कहा था। लेकिन अब मामला हाथ से निकलता जा रहा है।
मराठा आरक्षण आंदोलन अपडेट
- दिनभर चली हिंसात्मक घटनाओं के बाद मराठा क्रांति मोर्चा व दूसरे मराठा समुदायों ने मुंबई बंद वापस ले लिया है। आगजनी, पत्थरबाजी और सामुदायिक हिंसा के बाद मराठा समुदाय ने लोगों को घर वापस जाने को कहा।
#MarathaKrantiMorcha calls off Mumbai bandh. They were protesting over demand for #MarathaReservation in government jobs and education. pic.twitter.com/ZZdAb3R79C
— ANI (@ANI) July 25, 2018
- महाराष्ट्र में मराठा समुदाय को विशेष आरक्षण देने की मांग को लेकर चल रहा मराठा समुदायों का आंदोलन अब पूरी तरह हिंसक रूप ले चुका है। मुंबई में छोटी-बड़ी कई घटनाओं के बीच अब लातूर जिले में दो समुदायों में हिंसक झड़प हुई है।
The Maratha quota stir turned violent after clashes broke out between two groups in Udgir in Latur district
— ANI Digital (@ani_digital) July 25, 2018
Read @ANI Story | https://t.co/DHwCSJUVgNpic.twitter.com/Cj0pwRcYHW
#Visuals of #MarathaReservationProtest from Mumbai-Pune highway. #Maharashtrapic.twitter.com/Zwz830VUf1
— ANI (@ANI) July 25, 2018
-प्रदर्शनकारियों ने ठाणे में लोकल ट्रेन रोकी।
#MarathaReservation protests: Workers of #MarathaKrantiMorcha block a local train in Thane pic.twitter.com/cotagpKpzp
— ANI (@ANI) July 25, 2018
- प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर की आगजनी
#MarathaReservation protests: Tires set ablaze on Majiwada bridge in Thane. #Maharashtrapic.twitter.com/2sTPFB1zRo
— ANI (@ANI) July 25, 2018
- मराठा आरक्षण आंदोलन में मुंबई बंद आज। मराठा क्रांति मोर्चा ने बंद कराई दुकानें।
Mumbai: A group of Maratha Kranti Morcha workers request with folded hands, the shopkeepers in Bandra to shut their shops. #MaharashtraBandhpic.twitter.com/zVcHM6b3WV
— ANI (@ANI) July 25, 2018
- मराठा क्रांति मोर्चा ने शांतिप्रिय ढंग से आंदोलन करने के लिए की अपील
We are not blocking any road. We are carrying out a peaceful protest. We have told our workers that there should be no inconvenience to the police or govt due to our protest. We are asking people to shut down their shops: Maratha Kranti Morcha #MaharashtraBandhpic.twitter.com/mM38GDTQby
— ANI (@ANI) July 25, 2018
स्कूल और आपातकालीन सुविधाएं रहेंगी चालू
मिली जानकारी के अनुसार, मराठा क्रांति मार्चा के ऐलान में कहा गया है कि मुंबई बंद में स्कूल और कॉलेज शामिल नहीं हैं। इस दौरान स्कूलों की बसें, मिल्क वैन और आपातकालीन सुविधाएं सुचारू रहेंगी। यह फैसला मुंबई से सटे वाशी में सकल मराठा समाज की एक अन्य बैठक में लिया गया, जिसमें आज नवी मुंबई और पनवेल में बंद का आह्वान किया गया है।
पथराव में कांस्टेबल की मौत
वहीं, मराठा समुदाय आरक्षण की मांग को लेकर हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों के पथराव में एक कांस्टेबल की मौत हो गई, जबकि नौ अन्य जख्मी हो गए। प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों को भी फूंक दिया और दो प्रदर्शनकारियों ने खुदकुशी करने की कोशिश की। महाराष्ट्र बंद का ज्यादा असर औरंगाबाद और आसपास के जिलों में देखने को मिला, जहां सोमवार को आरक्षण के पक्ष में निकाले गए मार्च के दौरान एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी।
राज्य में करीब 30 फीसदी हैं मराठा
राजनीतिक तौर पर प्रभावशाली मराठा समुदाय के लिए आरक्षण का मामला बेहद विवादास्पद मुद्दा है। राज्य की आबादी में करीब 30 फीसदी मराठा हैं। समुदाय के नेता अपनी मांगों को लेकर विभिन्न जिलों में रैलियां निकाल चुके हैं। पिछले साल मुंबई में मराठा क्रांति मोर्चा ने एक बड़ी रैली का आयोजन किया था। सोमवार को नदी में कूदकर जान देने वाले एक मराठा प्रदर्शनकारी के अंतिम संस्कार स्थल के पास तैनात एक पुलिस कांस्टेबल की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि उसकी मौत के कारणों का अभी पता नहीं है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। उनके हाथों और पैरों पर चोट के निशान हैं। उसी स्थल पर तैनात अन्य पुलिसकर्मी पथराव में जख्मी हो गए। 27 वर्षीय काकासाहब शिंदे औरंगाबाद में एक पुल से गोदावरी नदी में कूद गया था। उसे नदी से निकालकर अस्पताल ले जाया गया , लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शिवसेना के सांसद के साथ धक्का-मुक्की
शिवसेना सांसद चंद्रकांत खेरे को मंगलावर तब प्रदर्शनकारियों के गुस्से का सामना करना पड़ा जब वह शिंदे के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए औरंगाबाद के कायगांव गए थे। पुलिस ने बताया कि भीड़ ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। उन्हें स्थान छोड़ना पड़ा। पुलिस ने बताया कि सांसद की गाड़ी पर भी पथराव हुआ है। औरंगाबाद की पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने बताया कि वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे।
दमकल की गाड़ी को किया आग के हवाले
एक अधिकारी ने बताया कि जलना के घनसांगवी थाने पर प्रदर्शनकारियों के पथराव में आठ पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। कायगांव में प्रदर्शनकारियों ने दमकल की एक गाड़ी को भी आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने लातूर जिले के निलांगा तहसील में हैदराबाद-लातूर बस पर भी पथराव किया। औरंगाबाद नगर निगम की आम सभा ने शिंदे के परिवार को 10 लाख रुपये देने का फैसला किया है।
शिंदे की मौत पर भड़का आंदोलन
सांगली में राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि राज्य सरकार ने जो भी उसके बस में था किया अब इस मामले पर अदालत फैसला करेगी। मंत्री ने कहा कि कुछ ‘पेड’ लोग मराठा आंदोलन में घुस गए हैं।पुलिस ने बताया कि औरंगाबाद जिले का 31 वर्षीय जगन्नाथ सोनवणे मंगलवार को सूखे नदी तल पर कूद गया, जबकि इसी जिले का गुड्डू सोनवणे ने जहर पी लिया। दोनों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शिंदे की मौत ने महाराष्ट्र के कई इलाकों में नए सिरे से प्रदर्शनों को भड़का दिया है।
सीएम देवेंद्र मांगें माफी
औरंगाबाद जिले के ग्रामीण इलाकों में अप्रिय घटना को रोकने के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि कायगांव में प्रदर्शनकारियों ने शिंदे को ‘शहीद’बताने वाले नारे लगाए। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पंढरपुर के मंदिर की अपनी यात्रा मराठा संगठनों की इस धमकी के बाद स्थगित कर दी कि वे कार्यक्रम में बाधा पहुंचायेंगे। मराठा क्रांति मोर्चा के संयोजक रविन्द्र पाटिल ने कहा है कि जब तक मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस मराठा समुदाय से माफी नहीं मांग लेते हम अपना प्रर्दशन जारी रखेंगे। हम औरंगाबाद और राज्य के अन्य हिस्सों में बंद रखेंगे।
(खबर इनपुट-भाषा)
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