मराठा कोटा आंदोलन : मूक मार्च एक महीने के लिए टाला गया
By भाषा | Updated: June 21, 2021 19:22 IST2021-06-21T19:22:14+5:302021-06-21T19:22:14+5:30

मराठा कोटा आंदोलन : मूक मार्च एक महीने के लिए टाला गया
नासिक (महराष्ट्र), 21 जून मराठा समुदाय के लिए आरक्षण और अन्य लाभों की मांग को लेकर पूरे महाराष्ट्र में अगले कुछ दिनों में होने वाले ‘मूक मार्च’ को एक महीने टाल दिया गया है। भाजपा के राज्यसभा सदस्य संभाजी छत्रपति ने नासिक में सोमवार को यह घोषणा की।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इन मांगों को पूरा करने के लिए वक्त देने को लेकर यह फैसला किया गया है।
वह यहां तीन घंटे धरने पर भी बैठे थे, जिसमें महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल और दादा भुसे तथा राज्य विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल भी शरीक हुए।
छत्रपति ने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने हमारी ज्यादातर मांगे पूरी कर दी हैं। शेष मांगों को पूरा करने के लिए 21 दिन मांगा गया था। इसलिए हमने मूक मार्च को एक महीने के लिए टालने का फैसला किया। मराठा आरक्षण के लिए संघर्ष कहीं से भी नहीं रूकने जा रहा है। ’’
गौरतलब है कि मराठा संगठनों ने घोषणा की थी कि वे कोल्हापुर, नासिक, रायगढ़, अमरावती और औरंगाबाद में मूक मार्च करेंगे, जिनमें से प्रथम दो पूरे हो गये हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि राज्य सरकार छत्रपति साहू महाराज अनुसंधान प्रशिक्षण एवं मानव विकास संस्थान स्थापित करने और कोल्हापुर उप केंद्र फौरन शुरू करने के लिए आदेश जारी करने की मांग पर सहमत हो गई है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस संस्थान को पूर्ण स्वायत्तता देने तथा संस्थान को और अधिक कोष उपलब्ध कराने, 23 जिलों में मराठा छात्रों के लिए छात्रावास बनाने और समुदाय के सदस्यों को अन्य पिछड़ी जातियों जैसा लाभ देने के लिए राजी हो गई है।
गौरतलब है कि पांच मई को उच्चतम न्यायालय ने महाराष्ट्र के उस कानून को रद्द कर दिया था, जिसने मराठों को सामाजिक एवं शैक्षणिक पिछड़ा वर्ग श्रेणी के तहत नौकरियों एवं शिक्षा में आरक्षण दिया था।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।