तीन राज्यों में हार से कांग्रेस ने ली सीख! 'कर्नाटक मॉडल' पर लोकसभा चुनाव में जीत की तैयारी
By अनुभा जैन | Published: December 5, 2023 02:07 PM2023-12-05T14:07:10+5:302023-12-05T14:19:22+5:30
कांग्रेस का गारंटी-आधारित “कर्नाटक मॉडल“ को आगामी लोकसभा चुनाव मे तीव्रता से लागू करने जोर दिये जाने की प्रबल संभावना है।
बेंगलुरु: रविवार को चार राज्यों, तेलंगाना, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस के लिए एक झटके के रूप में, भाजपा के कई दिग्गज और विधायक जो लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में जाने की योजना बना रहे थे, उन्होंने अपने फैसले स्थगित या रद्द कर दिए हैं।
बदले राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए भाजपा के कई नेता अब भगवा पार्टी के साथ ही रहेंगे। सूत्रों के मुताबिक, मई में विधानसभा चुनाव से पहले हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए बीजेपी के दो वरिष्ठ सदस्य दोबारा बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इसी कड़ी में पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार और पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावदी को फिर से बीजेपी पार्टी में शामिल होने का सुझाव दिया है।
भाजपा के पूर्व मंत्री एसटी सोमशेखर और ए.शिवकुमार हेब्बार विधानसभा चुनावों में भगवा पार्टी के नतीजों पर विचार कर रहे हैं और स्थिति का मूल्यांकन कर रहे हैं। सोमशेखर ने कहा, “मुझे लोकसभा चुनाव में मैसूरु से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में खड़ा होने का प्रस्ताव दिया गया है। लेकिन वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए अब मैं भाजपा पार्टी के साथ हूं और हर चीज का मूल्यांकन करने के बाद उचित निर्णय लूंगा।’’
इधर, कांग्रेस को अच्छा लग रहा है कि गारंटी-आधारित “कर्नाटक मॉडल“ से तेलंगाना में चुनावी लाभ मिला। आगामी लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए सीएम सिद्धारमैया, डीके शिवकुमार, मंत्री केजे जॉर्ज और प्रियांक खड़गे आदि कांग्रेस नेता कर्नाटक में प्रचार करेंगे। कांग्रेस का गारंटी-आधारित “कर्नाटक मॉडल“ को आगामी लोकसभा चुनाव मे तीव्रता से लागू करने जोर दिये जाने की प्रबल संभावना है।