राहुल गांधी को लिखे पत्र पर बोले मनसुख मंडाविया- पहले मैंने विशेषज्ञों के विचार लिए, इसपर मुझसे सवाल करना...
By मनाली रस्तोगी | Published: December 21, 2022 05:03 PM2022-12-21T17:03:00+5:302022-12-21T17:05:33+5:30
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राहुल गांधी और अशोक गहलोत को लिखे पत्र में उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा था कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उचित कोविड दिशानिर्देशों का पालन किया जा रहा है।

राहुल गांधी को लिखे पत्र पर बोले मनसुख मंडाविया- पहले मैंने विशेषज्ञों के विचार लिए, इसपर मुझसे सवाल करना...
नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने बुधवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया कि यदि कोविड नियमों का पालन नहीं किया जा सकता, तो वे भारत जोड़ो यात्रा को निलंबित करने पर विचार करें। वहीं, इसपर कांग्रेस की ओर से केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा गया।
To ensure that Covid19 doesn't spread in Rajasthan, I took experts' views & wrote to Rahul Gandhi stating that Covid protocol should be followed in Bharat Jodo Yatra: Union Health minister Dr Mansukh Mandaviya
— ANI (@ANI) December 21, 2022
इस बीच मंडाविया ने कहा कि राजस्थान के 3 सांसदों ने मुझे लिखा था कि भारत जोड़ो यात्रा के कई प्रतिभागियों को कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया है। इस यात्रा में शामिल होने के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री भी पॉजिटिव पाए गए। यह सुनिश्चित करने के लिए कि राजस्थान में कोविड न फैले, मैंने विशेषज्ञों के विचार लिए और राहुल गांधी को लिखा कि भारत जोड़ो यात्रा में कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाना चाहिए।"
It is my duty to ensure that Covid19 doesn't spread in the country. If someone thinks that how can a minister question them, then what can we do about their mindset? Questioning me on this is like obstructing me from doing my duty: Union Health minister Dr Mansukh Mandaviya
— ANI (@ANI) December 21, 2022
अपनी बात को जारी रखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने ये भी कहा, "यह सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है कि देश में कोविड-19 न फैले। अगर कोई ये सोचता है कि कोई मंत्री उनसे सवाल कैसे कर सकता है तो हम उनकी मानसिकता का क्या कर सकते हैं? इस पर मुझसे सवाल करना मेरे कर्तव्य पालन में बाधा डालने जैसा है।" बता दें कि मंडाविया द्वारा लिखे गए पत्र पर अशोक गहलोत ने भी पलटवार किया था।