सभी मुख्यमंत्रियों को मेनका गांधी ने लिखा पत्र, कहा- यौन शोषण के प्रति पुलिस अफसरों को बनाएं संवेदनशील
By भारती द्विवेदी | Published: April 19, 2018 03:58 PM2018-04-19T15:58:10+5:302018-04-19T15:58:10+5:30
हाल में ही मेनका गांधी ने यौन अपराध विरोधी कानून पॉक्सो में संशोधन के लिए प्रस्ताव की बात कही थी। ताकि 12 साल के कम उम्र के बच्चे-बच्चियों के साथ रेप के दोषियों के लिए मौत की सजा का प्रावधान किया जा सके।
नई दिल्ली, 19 अप्रैल: यौन शोषण के खिलाफ एक मजबूत कदम उठाते हुए महिला विकास कल्याण मंत्री मेनका गांधी ने सारे राज्य और केंद्रशासित राज्य के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है। इस पत्र में मेनका गांधी ने सभी पुलिस अधिकारियों को यौन अपराधों के विभिन्न पहलुओं पर फिर से प्रशिक्षित किया जाने की बात कही है। साथ ही यौन शोषण के खिलाफ जरूर कदम उठाने की भी बात कही है।
All Police officers should be re-trained on various aspects of sexual offences. Minister Maneka Gandhi writes to Chief Ministers of all States/UTs highlighting necessary steps for dealing with sexual offences: Ministry of Women and Child Development
— ANI (@ANI) April 19, 2018
हाल ही में कठुआ गैंगरेप मामले पर मेनका गांधी ने कहा था, उनका विभाग बाल यौन अपराध विरोधी कानून पॉक्सो में संशोधन के लिए प्रस्ताव तैयार कर रहा है ताकि 12 साल से कम उम्र के बच्चे - बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामलों में मौत की सजा का प्रावधान किया जा सके। मेनका गांधी ने बताया था कि इस संदर्भ में कैबिनेट नोट तैयार करने के बाद उनका विभाग विभिन्न मंत्रालयों को भेजेगा ताकि उनकी राय ली जा सके।
उन्होंने कहा , 'मेरा मंत्रालय पॉक्सो में संशोधन का प्रयास करेगा ताकि 12 साल के कम उम्र के बच्चे - बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामलों के दोषियों के लिए मौत की सजा का प्रावधान किया जा सके।' मंत्री ने कहा कि कड़ी सजा का प्रावधान ऐसे जघन्य मामलों में प्रतिरोधक का काम करेगा। उन्होंने कहा कि किशोरों के खिलाफ अपराधों के विरूद्ध कानून को 2015 में सख्त बनाए जाने का अपेक्षित परिणाम देखने को मिला है।