कलकत्ता के हैम रेडियो ऑपरेटर्स की मदद से 21 साल बाद अपने घर वालों से मिल सका शख्स
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 4, 2019 06:13 PM2019-02-04T18:13:52+5:302019-02-04T18:36:03+5:30
कोलकाता के हैम्स पहले भी कई बिछड़े लोगों को उनके परिजनों से मिलवा चुके हैं।
गंगासागर मेले में सर्विस के दौरान हैम रेडियो ऑपरेटर्स को इस बार एक ऐसा व्यक्ति मिला जो 21 साल से लापता था। महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के रहने वाले राजाराम पोच्या बोंगरीवार 1998 से लापता थे। उनके परिजन उनके वापस आने की आस भी छोड़ चुके थे लेकिन इतने सालों बाद वे एक बार फिर अपने परिवार वालों से फिर मिल सके हैं। और ये सब संभव हो सका है वेस्ट बंगाल रेडियो अमेचर क्लब के हैम रेडियो ऑपरेटर्स की मदद से।
राजाराम जिस वक्त हैम्स को मिले थे उनकी हालत काफी खराब थी। हैम्स ने उन्हें ले जाकर सबसे पहले काकद्वीप अस्पताल में भर्ती करवाया। उनकी यादाश्त जा चुकी थी और पूछताछ की गई तो वे मराठी बोल रहे थे। उन्हें अपनी जगह के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी थी, जिसके हिसाब से उनकी लोकेशन पता की गई। इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस से संपर्क किया गया और रिकॉर्ड खंगाले गए तो पता चला कि उनके हुलिए और शरीर पर कुछ निशानों के हिसाब से 2002 में उनके घरवालों ने गुमशुदगी एक रिपोर्ट चंद्रपुर जिला के कोठारी थाने में दर्ज करवाई गई थी।
पुलिस ने उनके परिवार वालों से संपर्क किया और उन्हें राजाराम के विषय में जानकारी दी। इसके बाद राजाराम के दो बेटे शेखर बोंगरीवार और लक्ष्म्ण बोंगरीवार कोलकाता पहुंच गए। यहां कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद अस्पताल ने राजाराम को उनके बेटों के सुपुर्द कर दिया। राजाराम के वापस पहुंचने पर चंद्रपुर जिले के एसपी कार्यालय में पुलिस अधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
राजाराम के बेटों का कहना है कि जब पुलिस ने उनके पिता के बारे में जानकारी दी तो उनकी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। वे उनके वापस लौटने की उम्मीद ही छोड़ चुके थे। बोंगरीवार परिवार ने वेस्ट बंगाल अमेचर रेडियो क्लब के हैम रेडियो ऑपरेटर्स को भी धन्यवाद दिया है।
कोलकाता के सोदेपुर स्थित वेस्ट बंगाल अमेचर रेडियो क्लब हर साल गंगासागर मेले में श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए हैम रेडियो बेस स्टेशन सेटअप करता है। यहां गुमशुदा लोगों को खोजने के लिए संस्था ने myham.in नाम की एक वेबसाइट भी शुरु की है।