CBI के नए चीफ ऋषि कुमार शुक्ला को अनुभवहीन बता खड़गे ने किया विरोध, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने दिया जवाब
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 2, 2019 08:56 PM2019-02-02T20:56:21+5:302019-02-04T08:02:09+5:30
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ऋषि कुमार शुक्ला को मध्यप्रदेश के डीजीपी के पद से हटाकर पुलिस हाउसिंग का चेयरमैन बना दिया था। ऋषि कुमार शुक्ला को हटाकर 1984 बैच के अधिकारी वी.के. सिंह को मध्यप्रदेश को नया डीजीपी बनाया गया था।
ऋषि कुमार शुक्ला को सीबीआई निदेशक नियुक्त किए जाने की पृष्ठभूमि में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को जांच एजेंसी के प्रमुख के चयन में पहले से तय मापदंडों को पालन नहीं किए जाने का आरोप लगाया और दावा किया कि ऐसा करना ‘दिल्ली विशेष पुलिस संस्थापना’ (डीएसपीई) कानून तथा उच्चतम न्यायालय के आदेश का उल्लंघन है। मल्लिकार्जुन खड़गे के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जवाब दिया है।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है, कांग्रेस नेता सीबीआई चीफ के चयन के लिए तय मानदंडों को अपने हिसाब से बदलना चाहते थे। उन्होंने कहा कि सिलेक्शन पैनल में शामिल खड़गे अपनी पसंद के अधिकारियों को शॉर्टलिस्ट करना चाहते थे। जितेंद्र सिंह ने कहा कि खड़गे जो कुछ भी कह रहे हैं वह तथ्यों पर आधारित नहीं है। सीबीआई डायरेक्टर के चयन के लिए बहुत ही निष्पक्ष मानदंडों का पालन किया गया है।
Jitendra Singh, MoS PMO on Mallikarjun Kharge's dissent note to PM over appointment of new CBI Director: It's rather Mr. Kharge who is guilty of trying to have manipulated independent assessment based criteria, in order to accommodate names of his preference. https://t.co/6g6cPSg1Nl
— ANI (@ANI) February 2, 2019
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगुवाई वाली उच्चाधिकार प्राप्त समिति की एक फरवरी की बैठक के संदर्भ में अपने असहमति पत्र में कहा है कि समिति ने सहमति जताई थी कि पैनल में नामों के शामिल करने के लिए वरिष्ठता क्रम, एसीआर (वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट) और भ्रष्टाचार विरोधी जांच का कम से कम 100 महीने के अनुभव तीन प्रमुख आधार बनाए गए थे, लेकिन इनका पालन नहीं हुआ।
खड़गे भी इस समिति के सदस्य हैं। उन्होंने अपना असहमति पत्र शनिवार दोपहर प्रधानमंत्री के पास भेजा है। उन्होंने उच्चतम न्यायालय के ‘विनीत नारायण मामले’ से जुड़े आदेश भी हवाला दिया जिसमें इन तीन बिंदुओं पर जोर दिया गया था।
Congress leader Mallikarjun Kharge in a dissent note to the Prime Minister expressed his objection over the appointment of IPS officer Rishi Kumar Shukla as the new CBI Director citing the officer's lack of experience in anti-corruption investigations. (File pic) pic.twitter.com/B8XcEfbSqc
— ANI (@ANI) February 2, 2019
खड़गे ने शुक्ला और पैनल में शामिल कुछ अन्य अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार विरोधी जांच का अनुभव नहीं रखने वाले अधिकारियों को पैनल में शामिल करके डीएसपीई कानून और न्यायालय के आदेश का उल्लंघन किया गया है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश पुलिस के पूर्व प्रमुख ऋषि कुमार शुक्ला को दो साल के तय कार्यकाल के लिये शनिवार को केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का निदेशक नियुक्त किया गया है।
मध्य प्रदेश कैडर के 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी शुक्ला फिलहाल भोपाल में मध्य प्रदेश पुलिस आवास निगम के अध्यक्ष हैं।
वह आलोक वर्मा का स्थान लेंगे, जिन्हें 10 जनवरी को सीबीआई निदेशक के पद से हटा दिया गया था। शुक्ला का हाल में मध्य प्रदेश पुलिस महानिदेशक पद से पुलिस आवास निगम में तबादला हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली चयन समिति की 24 जनवरी और एक फरवरी को हुई दो बैठकों के बाद उनकी नियुक्ति हुई है।(पीटीआई इनपुट के साथ)