महुआ मोइत्रा ने भाजपा द्वारा राज्य चुनाव में खर्च किये गये 340 करोड़ रुपये पर साधा निशाना, बोलीं- ‘राम राज्य बहुत महंगा है’
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 23, 2022 07:23 PM2022-09-23T19:23:11+5:302022-09-23T19:30:47+5:30
तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने 5 राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव को बहुत महंगा बताते हुए इसे भाजपा के राम राज्य का नतीजा बताया है।
कोलकाता: मोदी सरकार और भाजपा के खिलाफ संसद से लेकर सड़क तक आक्रामक रहने वाली तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने भाजपा द्वारा साल 2022 के पांच राज्यों के विधानसभा में खर्च किये गये 340 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च किये जाने को लेकर काफी तीखा तंज किया है।
सांसद मोइत्रा ने 5 राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव को बहुत महंगा बताते हुए इसे भाजपा के राम राज्य का नतीजा बताया है। मोइत्रा ने अपने व्यंग भरे ट्वीट में कहा कि है भाजपा ने 2022 में पांच राज्यों के चुनावों में 340 करोड़ रुपये खर्च किए जिसमें अकेले उत्तर प्रदेश चुनाव पर भाजपा ने 221 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
कृष्णानगर से तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्विट किया, "भाजपा ने 2022 में 5 राज्यों के चुनावों में 340 करोड़ खर्च किए। जिसमें अकेले यूपी में भाजपा ने 221 करोड़ रुपये खर्च किये हैं। राम राज्य में स्पष्ट रूप से महंगा मामला है।"
BJP spent ₹340 crores in just 5 state elections in 2022 - ₹221 crs in UP alone. This is declared expenditure, Much more than this never even makes it to official hisaab.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) September 23, 2022
Ram Rajya is clearly an expensive affair.
मालूम हो कि सांसद मोइत्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी भाजपा की प्रबल आलोचकों में से एक मानी जाती है। यह कोई पहला मौते नहीं जब उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला बोला है। इससे पहले भी उन्होंने भाजपा पर महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक सोच रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि था कि भाजपा महिलाओं के प्रति दोहरा रवैया रखती है और महिलाओं के विषय में वो सुविधानुसार वो खुद को बदलती रहती है।
इसके साथ ही वो केंद्र सरकार की कई नीतियों पर जबरदस्त कुठाराघात करते हुए उसे हर मोर्चे पर विफल बताती रहती हैं। मोइत्रा का आरोप है कि केंद्र सरकार विरोधी दलों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का बेजा इस्तेमाल करके तानाशाही रवैया अपना रही है और संवैधानिक मूल्यों को तेजी से खत्म कर रही है।
सांसद महुआ मोइत्रा का कहना है कि केंद्र सरकार किसी भी क्षेत्र में घोटाले से मुक्त नहीं है उसके बाद भी वो शासन में पारदर्शिता की बात करते हैं। हम उनके पाखंड को अक्सर देखते रहते हैं।