महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर जारी उठापटक के बीच संजय राउत ने लगभग स्पष्ट कर दिया है कि राज्य में एनसीपी के साथ शिवसेना सरकार बनाने की ओर आगे बढ़ सकती है। संजय राउत ने ट्वीट किया 'रास्ते की परवाह करूंगा तो मंजिल बुरा मान जाएगी!' संजय राउत का ये ट्वीट शिवसेना सांसद अरविंद सावंत के केंद्र की नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफे की घोषणा के बीच आया है। ऐसे में माना जा रहा है कि शिवसेना सरकार बनाने के प्रस्ताव को लेकर दिलचस्पी दिखा रही है।
बीजेपी के इनकार के बाद शिवसेना को न्योता
दरअसल, बीजेपी ने राज्यपाल से मिले न्योते के बाद बहुमत नहीं होने की बात कही थी। इसके बाद महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना को न्योता भेजा। शिवसेना में भी इस न्योते को लेकर हलचल है और सोमवार सुबह अरविंद सावंत ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से इस्तीफे की घोषणा ने पूरे राजनीतिक समीकरण को और दिलचस्प बना दिया। एनसीपी ने पहले ही प्रस्ताव रखा था कि अगर शिवसेना को सरकार बनाने के लिए एनसीपी के साथ आना है तो सबसे पहले केंद्र के मोदी सरकार से नाता तोड़ना होगा।
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना के पास 56 विधायक हैं जबकि सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी के पास 105 विधायक हैं। शिवसेना के पास 56 विधायक हैं, जबकि सरकार बनाने के लिए उसे कम से कम 145 विधायकों की जरूरत है।
बीजेपी, कांग्रेस, एनसीपी की अलग-अलग बैठक
शिवसेना सांसद अरविंद सावंत के इस्तीफे की घोषणा के बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक आज दिल्ली में सोनिया गांधी के घर बुलाई गई है। वहीं, मुंबई में एनसीपी की कोर ग्रुप की भी बैठक होनी है। यह बैठक एनसीपी चीफ शरद पवार की अध्यक्षता में होनी है। इस बैठक में सुप्रिया सुले, अजीत पवार, जयंत पाटिल समेत पार्टी के दूसरे पड़े नेता हिस्सा लेंगे। इन सब के बीच महाराष्ट्र में बीजेपी ने भी कोर ग्रुप की बैठक बुलाई है। यह बैठक मुंबई में देवेंद्र फड़नवीस के घर होगी।