Maharashtra Political Crisis: सियासी संकट के बीच दोबार इस्तीफा देना चाहते थे सीएम उद्धव, लेकिन शरद पवार ने रोका
By रुस्तम राणा | Published: June 27, 2022 09:06 PM2022-06-27T21:06:38+5:302022-06-27T21:29:18+5:30
सूत्रों के मुताबिक हाल ही में जब सीएम उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव पर आकर संबोधन दिया वो उसी समय इस्तीफा देना चाहते थे।
मुंबई: महाराष्ट्र में शिवसेना विधायकों की बगावत के बाद उपजे सियासी संकट के बीच सूत्रों का कहना है कि सीएम उद्धव ठाकरे ने अपने इस्तीफे की पेशकश की थी। लेकिन उन्हें एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ऐसा करने से रोका था।
सूत्रों ने बताया महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दो बार अपना इस्तीफा देना चाहते थे। शिवसेना अध्यक्ष महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के नेता हैं, जिसमें एनसीपी और कांग्रेस भी शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक हाल ही में जब सीएम उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव पर आकर संबोधन दिया वो उसी समय इस्तीफा देना चाहते थे।
सूत्रों ने आगे कहा कि संकट के पहले दिन फेसबुक लाइव में 30 मिनट की देरी वास्तव में तकनीकी गड़बड़ी नहीं थी, बल्कि सीएम पद से इस्तीफा नहीं देने की योजना में अचानक बदलाव था। इसके बाद संकट के दूसरे दिन भी, उन्होंने फिर से इस्तीफा देने का फैसला लिया था, लेकिन दोनों बार शरद पवार ने उन्हें फिर से रोक दिया। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रोजन हॉर्स विद्रोही विधायक सिद्धांत लगाया गया था और इसमें कोई सच्चाई नहीं थी।
सूत्रों ने यह भी कहा कि विधायक दीपक केसरकर और राज्य के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत को ट्रैक करने के लिए पुलिस को तैनात किया गया था। लेकिन, उन्होंने सफलतापूर्वक पुलिस को धोखा दिया और सूरत पहुंच गए।
महाराष्ट्र विधानसभा में इस सप्ताह के अंत तक फ्लोर टेस्ट होने की संभावना है। स्थिति के बारे में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने के लिए अगले दो दिनों में कम से कम दो विधायक मुंबई आएंगे। शीर्ष सूत्रों ने कहा कि राज्यपाल विधायकों की याचिका पर फ्लोर टेस्ट के लिए बुलाएंगे।
आपको बता दें कि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे गुवाहाटी में एक विद्रोही समूह का नेतृत्व कर रहे हैं। शिवसेना में बगावत के चलते राज्य सरकार राजनीतिक संकट में आ गई है। अब तक 8 से 9 मंत्री शिंदे खेमे में शामिल हो गए हैं। परभणी विधायक राहुल पाटिल के गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले खेमे में शामिल होने की संभावना है।